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सिर्फ दर्शन, धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस समारोह नहीं होगा
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर दीक्षाभूमि पर श्रद्धालु सिर्फ दर्शन कर सकेंगे, धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस समारोह नहीं होगा। दीक्षाभूमि में प्रत्येक आने-जाने वाले अनुयायी की जांच होगी। वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लेने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे वर्मा ने आह्वान किया कि व्यापक स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखकर अनुयायी इस बार दीक्षाभूमि पर भीड़ टालें। उन्होंने कहा कि इस साल घर में ही डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की पावन स्मृतियों का अभिवादन करें। गुरुवार को इस संबंध में विभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया।
सख्ती से कोरोना नियमों का पालन करें
विभागीय आयुक्त ने कहा कि केवल दीक्षाभूमि ही नहीं, विभाग में किसी भी स्थान पर अन्य धार्मिक कार्यक्रम के लिए अधिक भीड़ होने पर कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाय योजना का सख्ती से पालन किया जाए।
वरिष्ठ नागरिक और बच्चों को प्रवेश नहीं
दीक्षाभूमि पर 65 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिक और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिला को भी प्रवेश नहीं रहेगा। प्रत्येक की थर्मल जांच होगी और लक्षण दिखने पर आरटीपीसीआर जांच की जाएगी।
परिसर में ठहरने, भोजनदान पर रोक
हर साल दीक्षाभूमि पर बड़े पैमाने पर खाद्यान्न व भोजनदान के स्टॉल लगाए जाते हैं। इस बार किसी भी तरह के फूड स्टॉल, पुस्तकों की दुकान, मूर्तियों की दुकान लगाई नहीं जा सकेगी। महाराष्ट्र के जिन जिलों में कोरोना के अधिक मरीज हैं, उन जिलों के नगारिकों को दीक्षाभूमि पर आने पर प्रतिबंधित किया गया है।
Created On :   8 Oct 2021 4:52 PM IST