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क्राइम : तेलंगाना का नेता पुत्र निकला दुष्कर्म का आरोपी, मामूली विवाद पर युवक की हत्या
डिजिटल डेस्क, नागपुर। तेलंगाना के एक नेता पुत्र को छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में धरदबोचा। आरोपी का नाम योगेश्वर पांडुरंग पाटील (21) है तथा राजोला गांव, पुलिस स्टेशन हदनुर, जिला संगरेड्डी, तेलंगाना निवासी है। आरोपी बीबीए कर रहा है। जानकारी के अनुसार पीड़ित छात्रा की 10वीं तक शिक्षा तेलंगाना के मड़के गांव, जिला पट्टनचुरू में हुई। यही आरोपी योगेश्वर की उससे पहचान हुई। वर्तमान में छात्रा नागपुर में एलएलबी कर रही है। एक होस्टल में रहती है। आरोपी भी अपने रिश्तेदार के यहां नागपुर आता था। पुरानी पहचान होने से योगेश्वर ने छात्रा के एक फ्रेंड्स से उसके घर का मोबाइल नंबर लिया और घरवालों से बात करने लगा। यह बात जब छात्रा को मालूम हुई तो उसने डर कर अपना मोबाइल नंबर आरोपी को दिया। इसी का फायदा आरोपी योगेश्वर पीड़िता को बार-बार फोन करने लगा। बात नहीं करने पर घर के लोगों को बताने की धमकी देने लगा। धीर-धीरे मामला प्रेम में परिवर्तित हो गया। मार्च, जुलाई व नवंबर-2019 में आरोपी छात्रा को तीन बार सुराबर्डी हाइलैंड पार्क स्थित टेकड़ी पर ले गया, जहां उसने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपी ने अपने मोबाइल में में अश्लील तस्वीरें भी कैद की। पश्चात आरोपी इन तस्वीरों के सहारे छात्रा को ब्लैकमेल करने लगा। आखिरकार पांचवे दिन पीड़िता ने आरोपी को फोन कर अमरावती राजमार्ग बस स्टॉप पर बुलाया। बस स्टॉप पर पहले से ही वाड़ी की महिला एपीआई रेखा संकपाल, पीआई दीपक पाटील, एनपीसी अनंता नान्हे, नारायण पारेकर व अंबाझरी पुलिस के दीपक अवचट पहले से सिविल ड्रेस में तैनात थे। जैसे ही आरोपी बस स्टॉप पर छात्रा से मिलने आया। पुलिस ने उसे धरदबोचा। शनिवार को उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ धारा 376,(2)(एन) 354, 507 आईपीसी की उपधारा 66(ई) 67(ए) के तहत मामला दर्ज किया है। डीसीपी विवेक मसाल, पीआई राजेन्द्र पाठक के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई।
बालिका की मदद से दुल्हन के आभूषण उड़ाए
वहीं कामठी रोड स्थित एक शादी समारोह में बालिका की मदद से दुल्हन के आभूषण उड़ा लिए। शनिवार को पांचपावली थाने में आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। ऑर्डिनेंस फैक्टरी, डिफेंस कालोनी निवासी प्रज्ञा राजेश पाटील (36) है। शुक्रवार की रात कामठी रोड स्थित गोत्रा लॉन में प्रज्ञा के देवर की शादी हुई। देवर की शादी होने से प्रज्ञा और उसके परिवार के सदस्यों ने दुल्हन को देने के लिए सोने के आभूषण बनाए थे। शादी समारोह के दौरान प्रज्ञा परिवार के सदस्यों के साथ मंच पर थी। दुल्हन को दिए जाने वाले आभूषणों की बैग उसके पास थी। फोटो निकालते समय प्रज्ञा ने आभूषणों की बैग कुर्सी पर रखी थी। यह बैग एक परिचित व्यक्ति ने एक बालिका की मदद से चुरा लिया। बालिका बैग चुराते हुए कैमरे में कैद हो गई। वह आभूषणों की बैग उठाकर वह एक व्यक्ति दे रही है। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। बरामद फुटेज के आधार पर बालिका और आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
जुआ-मटका अड्डे पर छापा
उधर इमामवाड़ा क्षेत्र में चल रहे जुआ-मटका अड्डे पर पुलिस ने छापा मारकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सन्नी उर्फ सोनू उर्फ नबी सरजू राहुलकर (32) और सतीश रमेश सोमकुंवर (32), रामबाग इमामवाड़ा निवासी है। दोनों से करीब 9 हजार रुपए का माल जब्त किया गया है। सूत्रों ने बताया िक यह अड्डा किसी मेश्राम नामक व्यक्ति द्वारा संचालित किया जा रहा था। वह इस क्षेत्र में चार स्थानों पर जुआ अड्डे चला रहा था। इस कार्रवाई से परिसर के सटोरियों और जुआरियों में खलबली मच गई है। इन अड्डों पर दोपहर में जुआरियों का जमघट लग जाता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार जयंती मैदान, रामबाग में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। इस बारे में शनिवार को पुलिस परिमंडल-4 की उपायुक्त निर्मलादेवी के विशेष दस्ते को गुप्त सूचना मिली। दस्ते ने घटनास्थल पर पहुंचकर घेराबंदी की। इस दौरान कुछ जुआरी भागने में सफल हो गए। पुलिस दस्ते ने अड्डे पर सटोरियों से पैसे लेकर जुआ-मटका की खायवाडी कर रहे आरोपी सन्नी उर्फ सोनू उर्फ नबी राहुलकर और सतीश सोमकुंवर को धरदबोचा। दोनों आरोपियों की तलाशी लेने पर पुलिस ने आरोपी सन्नी से 4 सट्टा-पट्टी, 1 पेन, नगद 6,100 रुपए और आरोपी सतीश से 4 सट्टा-पट्टी, नगद 3,030 रुपए सहित 9,140 रुपए का माल जब्त किया। इस मामले में इमामवाड़ा पुलिस ने दोनों आरोपियों पर धारा 12 अ के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस उपायुक्त निर्मलादेवी के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक जी.पी. राऊत, उप-निरीक्षक महेश कुरेवाड़, नायब सिपाही श्रीकांत साबले, अनुप तायवाड़े, सिपाही संतोष चौधरी, दीपक तर्हेकर व अन्य ने कार्रवाई में सहयोग किया।
चार सेंधमार लगे पुलिस के हाथ
शौक पूरा करने के लिए चोरी करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने धर-दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों के नाम मोहम्मद दानिश मोहम्मद मनीन (21) राउत नगर, अजगर ले-आउट, शेख शहजाद शेख मेहबूब (20) गौसिया काॅलोनी रिंग रोड, हुड़केश्वर, यश मंगेश बुराडे (19) सर्वश्री नगर उमरेड रोड, दिघोरी और इरशाद अंसारी इमामउद्दीन अंसारी (20) गौसिया काॅलोनी, सर्वश्री नगर निवासी हैं। ये सभी चोरी के आरोपी हैं। आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद मोक्षधाम चौक, घाट रोड, नागपुर से फरार हो गए। शहर के चेन-स्नैचिंग विरोधी स्क्वॉड को गश्त के दौरान गुप्त सूचना मिली िक खरबी चौक केनरा बैंक के पास कुछ युवक बैठे हैं। वह किसी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में लगे हैं। दस्ते ने वहां पर पहुंचकर आरोपी मोहम्मद दानिश, शेख शहजाद और यश बुराडे को हिरासत में लिया। तीनों से पूछताछ करने पर पता चला िक उन्होंने गणेशपेठ क्षेत्र में मोक्षधाम चौक घाट रोड परिसर में चोरी की थी। आरोपी मोहम्मद दानिश ने शेख शहजाद के साथ मिलकर नंदनवन व कोतवाली में सेंधमारी करने की बात कबूल की। पुलिस ने उक्त आरोपियों से 60 हजार रुपए के सोने के गहने, 8 मोबाइल फोन, ऑटो और दोपहिया वाहन सहित करीब 2 लाख 60 हजार रुपए का माल जब्त किया है। चेन-स्नैचिंग विरोधी स्क्वॉड ने उक्त चारों आरोपियों को गणेशपेठ और कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया िक चोरी की रकम को उन्होंने अपना शौक पूरा करने के लिए खर्च कर डाला। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डॉ. निलेश भरणे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक भानूदास पिदुरकर व सहयोगियों ने कार्रवाई की।
ऑनलाइन वाशिंग मशीन बेचना महंगा पड़ा
इसके अलावा पुरानी वाशिंग मशीन को ऑनलाइन बेचना एक लेक्चर्रर को महंगा पड़ गया। किसी ने झांसा देकर उनके खाते से नकदी निकाल ली। एमआईडीसी थाने में आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। हिंगना रोड निवासी चरणदास पोटे (46) अभियंात्रिकी महाविद्यालय में लेक्चर्रर हैं। उन्हें अपनी पुरानी वाशिंग मशीन बेचनी थी। उन्होंने वाशिंग मशीन का फोटो अौर खुद का मोबाइल नंबर ओएलएक्स पर डाला था। यह बात 10 फरवरी-2020 की है। उनको एक व्यक्ति का फोन आया। उसने मशीन खरीदने की इच्छा जताई। सौदा पक्का होने पर मशीन देखने के पहले ही फोनकर्ता ने लेक्चर्रर को ऑनलाइन पेमेंट करने की इच्छा व्यक्त की। लेक्चर्रर भी खुश हो गए कि, मशीन बेचने के पहले ही उन्हें ऑनलाइन इसका पेमेंट मिल रहा है। आरोपी ने क्यूआर कोड लेक्चर्रर के मोबाइल पर भेजा तथा पेटीएम के जरीए कैसे स्कैन करना है, उन्हें बताया। ऐसा करते ही लेक्चर्रर के खाते से 15 हजार रुपए नकद आरोपी के खाते में ट्रांसफर हो गए। रुपए वापस मांगने पर आरोपी ने फिर वहीं तकनीक अपनाने बात लेक्चर्रर से कही। लेक्चर्रर फिर वैसा ही किया। इस तरह आरोपी ने बारी-बारी से कुल 60 हजार रुपए लेक्चर्रर के खाते से निकाल लिए। घटना की शिकायत की गई है, लेकिन अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है।
झांसा देकर शिक्षिका के खाते से निकाले 99 हजार
केवाईसी अपडेट करने का झांसा देकर आरोपी ने एक शिक्षिका के खाते से रकम निकाल ली। घटना को ऑनलाइन अंजाम दिया गया। घटना के करीब एक महीने बाद शनिवार को अजनी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। फरियादी डीबी वार्ड चौक निवासी निजी स्कूल में शिक्षिका है। 16 फरवरी-2020 की शाम शिक्षिका को किसी अपरिचित व्यक्ति का फोन आया। फोनकर्ता ने शिक्षिका को बताया कि, उसके पेटीएम अकाउंट की केवाईसी कराना बाकी है। यह कहते हुए फोनकर्ता ने शिक्षिका के मोबाइल पर लिंक भेजी। शिक्षिका ने उस व्यक्ति के अनुसार लिंक डाउनलोड की। पश्चात शिक्षिका के मोबाइल पर चार से पांच बार ओटीपी नंबर आया, जो शिक्षिका ने उस व्यक्ति को भेजा था। ओटीपी नंबर भेजते ही उस व्यक्ति ने शिक्षिका के बैंक खाते से 99 हजार रुपए की ऑनलाइन खरीदी कर ली। शिक्षिका ने तत्काल बाद प्रकरण की शिकायत अजनी थाना, साइबर सेल और संबंधित बैंक से की, लेकिन अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। जांच जारी है।
निजी अस्पताल की परिचारिका से धोखाधड़ी
इसी तरह सरकारी नौकरी पाने के चक्कर में एक निजी अस्पताल की परिचारिका धोखाधड़ी का शिकार हो गई। परिचारिका को वेकोलि में नौकरी दिलाने का झांसा देकर तीस हजार रुपए ऐंठ लिए गए। शनिवार को एमआईडीसी थाने में आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज िकया गया। अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस नगर निवासी पीड़िता परिचारिका दीपलता जांगले (26) है। आरोपी नागराज कुमार है। दीपलता ने वेकोलि में परिचारिका पद के लिए आवेदन किया था। इसकी उसने परीक्षा भी दी थी। 18 दिसंबर-2019 से 1 जनवरी-2020 के बीच नागराज नामक व्यक्ति का उसे फोन आया कि, वेकोलि द्वारा ली गई परिचारिका पद की परीक्षा में वह पास हो गई है। सूची में उसका नाम है, लेकिन अभी अंतिम सूची लगना बाकी है। अंतिम सूची में नाम के लिए नागराज ने दीपलता से दो लाख रुपए की मांग की तथा उसे बताया कि, बगैर लेन-देन के सूची में नाम आना संभव नहीं है। दीपलता ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई। उसने इधर-उधर से जैसे-तैसे रकम जुटाकर सिर्फ तीस हजार रुपए किस्तों में नागराज ने दिए बैंक खाता नंबर में जमा किए। इसके बाद नागराज का फोन आना बंद हो गया। अंतिम सूची में दीपलता का नाम नहीं था। उसने वेकोलि में जाकर पता किया, तो जवाब मिला कि नागराज नाम से कोई कर्मचारी अथवा अधिकारी विभाग में नही है। दीपलता ने इसकी शिकायत संबंधित थाने में की। प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है।
पुलिस को देखते ही भागने वाला युवक पकड़ाया, पिस्टल, 5 जिंदा कारतूस जब्त
पुलिस दल को देखकर भागने वाले युवक को पीछा कर पकड़ लिया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम अब्दुल मन्नान अब्दुल रहमान (21), जगदीश नगर निवासी है। उसकी तलाशी लेने पर एक पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस सहित करीब 15 हजार रुपए का माल जब्त किया गया है। पुलिस इस पिस्टल और कारतूस की खरीदी और उसे पास में रखने का कारण आरोपी से पूछ रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गिट्टीखदान थाने का डीबी स्क्वॉड शनिवार की शाम को करीब 6.55 बजे गश्त कर रहा था। इसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि, अब्दुल मन्नान के पास एक पिस्टल और राउंड है। इस बारे में स्क्वॉड ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील गांगुर्डे को सूचना दी। उसके बाद पुलिस उपनिरीक्षक साजिद अहमद जगदीश नगर में पहुंचे। पुलिस दल को देखते ही आरोपी अब्दुल मन्नान भागने लगा। पुलिस दल ने उसका पीछा कर कुछ दूर जाकर उसे धरदबोचा। उसने जींस पैंट में पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस छिपाकर रखे थे। पुलिस ने उससे पिस्टल और जीवित कारतूस जब्त कर लिए। आरोपी के पास कोई दस्तावेज और लाइसेंस नहीं था। गिट्टीखदान पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।
मामूली विवाद में युवक की हत्या
हुड़केश्वर थानांतर्गत शुक्रवार को सिद्धेश्वरी नगर में मामूली विवाद के चलते एक युवक को चाकू से वार मौत के घाट उतार दिया गया। इस मामले में हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को अवकाशकालीन अदालत में पेश करने के बाद दोनों को पांच दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। मृतक रवींद्र राधेश्याम भोंगाड़े (22), सिद्धेश्वरी नगर निवासी था। आरोपी उसी बस्ती के दिलीप हीरालाल उइके और उसका मित्र अंकित भोसले है। दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। रवींद्र के माता-पिता मजदूरी करते हैं। निखिल और राकेश नामक दो भाइयों में रवींद्र सबसे बड़ा था। माता-पिता की तरह रवींद्र भी मजदूरी करता था। शुक्रवार की शाम रवींद्र के पड़ोसी रामदास भलावी नामक बुजुर्ग की मौत हुई। रवींद्र ने पड़ोस के लोगों के साथ मिलकर रामदास के घर में पंडाल बांधा। इसके बाद वह डेकोरेशन वाले के यहां हैलोजन लाइट लेने जा रहा था। इस दौरान बस्ती में ही घर से कुछ दूरी पर फ्रेंड्स नामक पानठेले के पास आरोपी दिलीप ने अकारण रवींद्र को गाली दी। रवींद्र के छोटे भाई निखिल का शनिवार को दसवीं बोर्ड का पेपर था। भाई की मौत होने से निखिल पर्चा देने के लिए नहीं जाने वाला था, लेकिन बस्ती के अन्य लोग और रिश्तेदारों द्वारा समझाने पर वह रोते हुए पर्चा देने के लिए गया। निखिल के वापस आने के बाद रवींद्र की अंत्येष्टि की गई।
Created On :   15 March 2020 5:08 PM IST