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ईवीएम को लेकर फिर विवाद, मतदान का प्रतिशत आया नहीं और शुरू हो गए एक्जिट पोल
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई। शाम को मतदान खत्म भी नहीं हुआ था कि अनेक चैनलों पर एक्जिट पोल आने शुरू हो गए, जिसमें भाजपा गठबंधन को बहुमत के आसार जताए गए। इसे लेकर ईवीएम फिर चर्चा में है।
प्रक्रिया न हो प्रभावित
इंडिया अगेंस्ट ईवीएम ने इस प्रक्रिया पर संदेह जताते हुए 24 अक्टूबर को मतगणना से एक घंटे पहले और मतगणना खत्म होने के एक घंटे बाद तक सभी मोबाइल फोन और टॉवर बंद रखने की मांग की है। जिला चुनाव अधिकारी के जरिए मुख्य चुनाव आयोग, महाराष्ट्र को भेजे निवेदन में विश्वास पाटील ने कहा कि संपूर्ण देश में ईवीएम को लेकर संदेह जताया जा रहा है। सर्वोच्च न्यायालय में भी ईवीएम को लेकर याचिका लंबित है। बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग जनता कर रही है। आरोप है कि ईवीएम को हैक व छेड़छाड़ करने से जनता के वोट कोई भी बटन दबाने पर भाजपा के उम्मीदवार को जा रहे हैं। लिहाजा, मतगणना प्रक्रिया शुरू होने के एक घंटे पहले और खत्म होने के एक घंटे के बाद तक सारे मोबाइल फोन और टॉवर बंद किए जाएं, ताकि किसी तरह की बाहरी तकनीकी प्रक्रिया मतगणना को प्रभावित न कर सके।
शिकायतें बरकरार
लोकसभा चुनाव से ईवीएम बड़ा मुद्दा बना है। लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने ईवीएम को लेकर कई तरह की शिकायतें चुनाव आयोग से की थी। इस चुनाव में भी कांग्रेस की ओर से मुख्य चुनाव आयोग से शिकायत की गई है। मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए फिर आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। नागपुर में भी इसे लेकर आवाज उठ रही है।
माइंड सेट करने का गेम
इंडिया अगेंस्ट ईवीएम के नेता विश्वास पाटील ने कहा कि मतदान खत्म भी नहीं हुआ और प्रशासन के पास मत-प्रतिशत के आंकड़े तक नहीं पहुंचे कि टीवी चैनल एक्जिट पोल दिखाने लगे। बड़े-बड़े राजनीतिक विशेषज्ञ आकलन नहीं कर पा रहे हैं। चैनल वाले भाजपा को बहुमत के आसार दिखा रहे हैं। आखिर ये माइंड सेट करने का गेम तो नहीं है। ये जनता के मतों के विरुद्ध में अपने नतीजे दे रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग कर मतगणना के दिन सभी फोन और टॉवर बंद करने की मांग की है।
Created On :   23 Oct 2019 10:41 AM IST