11 करोड़ से ज्यादा के घोटाले में दो तहसीलदारों पर गाज, कमिश्नर ने किया निलंबित
डिजिटल डेस्क,सिवनी। 279 मनगढ़ंत लोगों को मृत बताकर केवलारी तहसील में पदस्थ बाबू सचिन दहायत द्वारा राहत राशि के नाम पर किए गए 11.16 करोड़ रुपए के घोटाले में अब प्रशासनिक अफसरों पर गाज गिरना शुरु हो गई है। इस मामले में केवलारी के तत्कालीन तहसीलदार गौरीशंकर शर्मा (तहसीलदार लखनादौन) और पिछले साल अक्टूबर माह में घोटाला सामने आने के बाद केवलारी से हटाकर अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय अटैच किए गए तहसीलदार हरीश लालवानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जबलपुर संभाग के कमिश्नर बी चंद्रशेखर द्वारा दोनों तहसीलदारों को पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही एवं उदासीनता तथा शासन को वित्तीय क्षति पहुंचाने की अनियमितता के आरोप में निलंबित किया है।
यह कार्रवाई मजिस्ट्रीयल जांच समिति द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के आधार पर सिवनी कलेक्टर द्वारा पिछले माह 18 जनवरी को भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर की गई है। कमिश्नर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि मजिस्ट्रीयल जांच में पाया गया है कि तत्कालीन केवलारी तहसीलदार गौरीशंकर शर्मा की आहरण एवं संवितरण अधिकारी(डीडीओ) के प्रभार के दौरान 22 जुलाई 2019 से 11 अक्टूबर 2020 की अवधि के बीच 52 लाख रुपए का कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर फर्जी भुगतान होना पाया गया है। गौरतलब है कि विगत दिवस हाईकोर्ट ने इस मामले में डीडीओ के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर केवलारी पुलिस को जमकर फटकार भी लगाई गई थी। हाईकोर्ट की नाराजगी को कमिश्नर द्वारा जारी निलंबन आदेश से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
7 हो चुके अब तक गिरफ्तार
यह सनसनीखेज घोटाला करने वाले केवलारी तहसील के बाबू सचिन दहायत सहित कुल 7 लोगों को केवलारी पुलिस अब तक गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। आरबीसी 6(4) योजना अंतर्गत सर्पदंश, बिजली गिरने, पानी में डूबने सहित अन्य क्षतिपूर्ति के प्रकरण के पूरी तरह से फर्जी दस्तावेज तैयार कर पोर्टल में अपलोड कर ट्रेजरी से सीधे लोगों के खाते में लाखों रुपए फर्जी तरीके से पहुंचाने के इस मामले में बाबू सहित ट्रेजरी के बाबू दुर्गेश पवार, निजी बैंक के दो कर्मियों श्रेष्ठ अवधिया, विशेष अवधिया, अजय यादव, शिवम अग्रवाल, राधेश्याम बंदेवार व ललित सरयाम को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
दोनों बाबूओं के साथ गिरफ्तार शेष लोग वे हैं, जिनके खाते में कई-कई बार लाखों की राहत राशि डलवाई गई। कुल 37 लोगों के खाते में राशि डलवाकर घोटाले को अंजाम दिया गया। इसका खुलासा होने पर तत्कालीन केवलारी तहसीलदार हरीश लालवानी (अब निलंबित) द्वारा ही पिछले साल 14 नवंबर की रात केवलारी थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस धारा 408, 409, 467, 468, 471 व 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच कर रही है।
Created On :   10 Feb 2023 6:45 PM IST