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चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया शरद बोबडे ने दिव्यांगों को बांटे कृत्रिम अंग
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया शरद बोबडे ने रविवार को नागपुर के आमदार निवास में आयोजित कैंप में दिव्यांग बच्चों को कृत्रिम अंग नि:शुल्क वितरित किए। यह कैंप राष्ट्रीय विविध सेवा प्राधिकरण, महाराष्ट्र विधि सेवा प्राधिकरण व भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की ओर से आयोजित किया गया। जिसमें करीब 3500 से ज्यादा दिव्यांगों को नि:शुल्क कृत्रिम अंग देकर भविष्य में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सीजेआई बोबडे के साथ सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश भूषण गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत व न्यायमूर्ति रविंद्र भट, जस्टिस अजीत सिंह और भगवान महावीर विकलांग समिति के संस्थापक डी.आर. मेहता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
यह मानवता का उत्सव मनाने का अवसर : सीजेआई बोबडे
कार्यक्रम में जस्टिस बोबडे ने अपने संबोधन में कहा कि यह अवसर भाषण देने का नहीं है। यह अवसर मानवता का उत्सव बनाने का अवसर है। यह कैंप जस्टिस अजीत सिंह के बिना संभव नहीं था। साथ ही इसमें जस्टिस गवई ने भी उत्सुक्ता दिखाकर सफल बनाया। जस्टिस गवई ने कहा कि मैंने अब तक 1000 से ज्यादा कार्यक्रमों में भाग लिया है लेकिन यह कार्यक्रम सबसे ज्यादा संवेदनशील और आनंदित रहा है। डी.आर.मेहता ने कहा कि अजीत सिंह ने चीफ जस्टिस बोबडे को हमारे कार्यक्रम का फोटो जस्टिस बोबडे को भेजा था। जिसके बाद यह कैंप सफल हो पाया है। यह कार्य भगवान का कार्य है। कैंप में कई लोग मायूसी के साथ आते हैं लेकिन यह कृत्रिम अंग इन्हें मुस्कानाें के साथ भेजते हैं। हम रोज एक कृत्रिम अंग तैयार करते हैं। हमारी संस्था पूरे विश्व के 55 देशों में कैंप करती है। भारत में इसके 25 केंद्र हैं जो कि प्रमुख शहरों में है।
Created On :   1 March 2020 4:55 PM IST