चिकित्सकों के आपसी विवाद में नहीं हो सका पोस्टमार्टम, तीन घंटे से अधिक का इंतजार

Chhindwara : Post mortem delayed due to personal conflicts of Doctors
चिकित्सकों के आपसी विवाद में नहीं हो सका पोस्टमार्टम, तीन घंटे से अधिक का इंतजार
चिकित्सकों के आपसी विवाद में नहीं हो सका पोस्टमार्टम, तीन घंटे से अधिक का इंतजार

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। यहां दो अस्पतालों के सीमा क्षेत्रों के विवाद के कारण एक महिला के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। तीन घंटे तक इधर से उधर भटकने के बाद अंतत: सीएस के लिखित आदेश के बाद पोस्टमार्टम हो सका और तब तक शव पड़ा रहा और मृतक के परिजन परेशान होते रहे। इस संबंध में बताया गया है कि जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर स्थित लावाघोघरी के ग्राम बोरगांव में एक युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी। शव को फंदे से उतारकर पुलिस जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लेकर आई। यहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया। चिकित्सक का कहना था कि पोस्टमार्टम मोहखेड़ अस्पताल में ले जाकर कराएं।

वहीं मोहखेड़ के चिकित्सकों के छुट्टी पर जाने से मामला ओर उलझ गया। लगभग तीन घंटे बाद दोपहर लगभग तीन बजे वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद जिला अस्पताल के चिकित्सक पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। चिकित्सकों के इस विवाद में मृतका के परिजन परेशान होते रहे। 

मौके पर पहुंची पुलिस 
एसआई मोहनीश बैस ने बताया कि लावाघोघरी के बोरगांव निवासी 20 वर्षीय सुनीता पिता रमेश वाडीवा ने सोमवार-मंगलवार दरमियानी रात अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगा ली। मंगलवार को परिजनों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव जिला अस्पताल लाया था। यहां पोस्टमार्टम के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ा। ड्यूटी डॉक्टर दीपेन्द्र सलामे ने दोपहर लगभग तीन बजे पोस्टमार्टम किया। इसके बाद शव परिजनों को सौंपा गया। 

मोहखेड़ के चिकित्सक छुट्टी पर
पुलिस ने बताया कि मोहखेड़ के दो चिकित्सक मंगलवार को छुट्टी पर थे। इस वजह से शव को जिला अस्पताल पीएम के लिए लाया गया था। यहां भी चिकित्सक ने पोस्टमार्टम के लिए पहले इनकार कर दिया। सिविल सर्जन के हस्तक्षेप के बाद पोस्टमार्टम हो पाया। 

सीएस ने लिखित में दिए निर्देश
चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम के लिए इनकार करने पर महिला आरक्षक दोपहर दो बजे सिविल सर्जन के पास पहुंची। यहां परिस्थिति बताने पर सीएस डॉ.सुशील राठी ने पीएम फार्म पर ही ड्यूटी डॉक्टर को पीएम करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मृतका का पीएम हो सका।

Created On :   1 May 2019 1:10 PM IST

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