दौड़े-दौड़े अदालत हाजिर हुए छगन भुजबल- शरद पवार का पुस्तक विमोचन समारोह बीच में छोड़ भागे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विशेष पीएमएलए अदालत ने मंगलावर को महाराष्ट्र सदन निर्माण घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता छगन भुजबल के खिलाफ वारंट जारी करने की चेतावनी दी। वह अदालत में सुनवाई के दौरान हाजिर नहीं हुए थे। चेतावनी मिलते ही भुजबल एनसीपी प्रमुख शरद पवार का पुस्तक विमोचन समारोह बीच में ही छोड़ कर अदालत में हाजिर हुए।
जज हुए नाराज, कहा-पेश होना ही पड़ेगा
विशेष अदालत के न्यायाधीश राहुल रोकड़े के समक्ष मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की नियमित सुनवाई चल रही है। पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने सभी आरोपियों को हाजिर होने का निर्देश दिया था, लेकिन पवार के पुस्तक विमोचन समारोह में होने के कारण भुजबल अदालत में पेश नहीं हुए। जब सुनवाई के दौरान दोपहर 12.30 बजे तक भुजबल हाजिर नहीं हुए, तो न्यायाधीश रोकड़े नाराज हो गए। उन्होंने भुजबल के वकील से कहा कि आरोपी को हर हाल में मंगलवार को पेश होना चाहिए। अगर वह पेश नहीं होते हैं, तो उनके नाम से वारंट जारी किया जाएगा।
भुजबल के वकील ने दी दलील
भुजबल के वकील ने दलील दी कि छगन भुजबल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने क्लीन चिट दे दी है। अदालत ने उन्हें इस संबंध में कोई सबूत नहीं होने के कारण बरी कर दिया, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस संबंध में एक याचिका दायर की थी। इसके बाद अदालत ने भुजबल का पेश होना अनिवार्य कर दिया था, लेकिन कई तारीखों पर भुजबल पेश नहीं हुए। अदालत ने दिसंबर 2022 में भुजबल के खिलाफ वारंट जारी किया था।
क्या था मामला
आरोप था कि 2005 में बिना किसी टेंडर प्रक्रिया के ही डेवलपर की नियुक्ति कर दी गई थी। इस सौदे के समय भुजबल राज्य के गृह मंत्री और लोक निर्माण मंत्री थे। भुजबल और अन्य आरोपियों ने हजारों करोड़ रुपए का गबन करने और भूमि विकास के लिए एक निजी कंपनी को किराए पर लेने एवं वित्तीय स्थिति के बारे में फर्जी दस्तावेज बनाने की साजिश रची था, जिससे राज्य सरकार को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में भुजबल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई भी की थी।
Created On :   2 May 2023 9:38 PM IST