स्कूल के पास मिला अंग्रेजों के जमाने का खतरनाक बम, 1 किमी. थी मारक क्षमता
डिजिटल डेस्क, सागर। सागर के सुरखी थाना अंतर्गत ग्राम चितौरा में पुलिस ने एक 22 किलो वजनी जिंदा बम जप्त कर उसे निष्क्रिय किया है । पुलिस सूत्रों के अनुसार यह बम लगभग 80 साल पुराना है जिसकी मारक क्षमता 1 किलोमीटर से भी ज्यादा है। अंग्रेजों के जमाने का यह बम खुदाई में प्राप्त हुआ था। जिस किसान को यह बम मिला वह इसे कबाड़ी को बेचने के फिराक में था किंतु कबाड़ी द्वारा इसे न लिए जाने से किसान ने इस बम को तालाब में फेंक दिया था ।
अंग्रेजों के समय का है बम
गौरतलब है कि सागर अंग्रेजों के समय से ही सैनिक छावनी रही है और यहां सैनिक गतिविधियां काफी तेज हुआ करती थीं । माना जा रहा है कि उसी समय का यह बम है जिसे जमीन में दफन कर दिया गया था। किन्ही कारणों से दफन किया गया यह बम खुदाई में किसान के हाथ लग गया और इसे किसान बेचने की फिराक में जुटा रहा किंतु जब वह अपने मंसूबों मेें कामयाब नहीं तो उसने इसे तालाब में फेक दिया। तालाब में बम होने की सूचना पुलिस को दी गई । पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और उसने यह जप्त कर लिया ।
ग्रामीणों ने दी थी पुलिस को सूचना
शहर के समीप फोरलेन से लगे हुए चितौरा गांव में सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल से लगभग 200 मीटर दूर यह बम एक तालाब से बरामद किया गया ।ै चितौरा निवासी बैसाखी बंसल को यह बम प्राप्त हुआ था और यह और वह इस बम को काफी दिनों तक अपने घर में रखा रहा । बाद में वैशाखी ने यह बम तालाब में फेंक दिया । लोगों को जैसे ही यह खबर लगी कि तालाब में बम फेंक दिया गया है उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी । एसपी अमित संाघी ने बताया कि बम होने की सूचना बम स्कावड को दी गई और बम बरामद कर उसे सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया गया है । गौरतलब है कि सागर क्षेत्र में चितौरा के आसपास पूर्व में भी ऐसे कई बम बरामद किया जा चुके हैं । इनमें से कई जीवित ही मिले थे । सुरखी थाना प्रभारी जेपी ठाकुर ने बताया कि बम काफी खतरनाक था संभवत: किसान इस बम की मारक क्षमजा से वाकिफ नहीं था ।
Created On :   12 July 2019 6:15 PM IST