चोरी के 70 मिनट पहले एक साथ बंद हो गए थे सटई रोड तिराहा के 12 सीसीटीवी कैमरे
डिजिटल डेस्क,छतरपुर। शहर के सटई रोड में स्थित एसबीआई का एटीएम काटकर 17.38 लाख से अधिक के कैश चोरी के मामले की गुत्थी फिलहाल सुलझती नजर नहीं आ रही है। घटना के तीसरे दिन सोमवार को भी पुलिस को अहम सुराग हाथ नहीं लगे। खास बात यह है कि चोरी की वारदात के 70 मिनट पहले सटई रोड क्षेत्र के 12 सीसीटीवी कैमरे एक साथ खराब हो गए थे। इस कारण चोरों का पता लगाने में पुलिस को परेशानी हो रही है। सच्चाई यह भी है कि शहर के मुख्य मार्गों में लगे अधिकांश सीसीटीवी कैमरे या तो बंद पड़े हैं या फिर ढंग से काम नहीं कर रहे हैं। इसकी मुख्य वजह टेंडर न होना है।
सिविल लाइन थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी का कहना है कि घटना शनिवार रात ढाई से तीन बजे की है। इसके पहले रात 12.29 बजे बारिश के चलते कैमरे खराब हो गए थे। कैमरों में इस समय के बाद के कोई फुटेज नहीं हैं। हालांकि चोरों की शिनाख्ती के लिए एसपी ने 25 सदस्यीय टीम का गठन किया है। इसमें साइबर एक्सपर्ट भी शामिल किए गए हैं। पुलिस की टीम सटई रोड तिराहा एवं आसपास के क्षेत्रों के निजी सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है। पुलिस को संदेह है कि वारदात को अंजाम देने वाले लोग शहर से बाहर के हो सकते हैं। वह घटना से जुड़े प्रत्येक पहलू का बारीकी से अध्ययन कर रही है। हालांकि इस घटना से पुलिस के कमजोर होते मुखबिर तंत्र की बात भी सामने आई है।
नए सिरे से होना है टेंडर
हकीकत यह है कि पहले कैमरों का टेंडर जिस कंपनी के पास था। उसका ठेका अब खत्म हो चुका है। अब नए सिरे से टेंडर होना है। कैमरों का रखरखाव इसी टेंडर प्रक्रिया में उलझा हुआ है। एडिशनल एसपी विक्रम सिंह कुशवाहा का कहना है कि कैमरों में टेक्नीकल फॉल्ट भी है। हम व्यवस्था सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।
टेंडर न होने से बंद हैं कैमरे
शहर में कितने सीसीटीवी कैमरे बंद हैं और कितने चालू है, इसकी जानकारी देने से पुलिस अधिकारी भी बच रहे हैं। भास्कर ने जब प्रभारी ऋषभ सिंह से बात की तो उन्होंने जानकारी देने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि हम जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। ट्रैफिक इंचार्ज माधवी अग्निहोत्री का कहना है कि टेंडर का कोई इश्यू है। वैसे मुझे भी अधिक नॉलेज नहीं है।
डायल 100 को भनक नहीं
घटना के पीछे पुलिस की लचर व्यवस्था भी है। शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्र सटई रोड के पास चोर वारदात को आराम से अंजाम देते रहे और डायल 100 को भनक तक नहीं लगी। चूंकि एटीएम मेन सड़क पर स्थित है। यदि डायल 100 गश्त कर रही होती तो चोरी पकड़ में आ सकती थी। डायल हंड्रेड या तो ढाबे पर खड़ी रहती है या फिर किसी एक स्थान पर। ये गश्त करने में लापरवाही बरत रहे हैं।
कहां कितने कैमरे लगे
सटई रोड स्थित जिस एटीएम पर घटना हुई है, उसके आसपास 12 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। यह कैमरे सटई रोड और पन्ना रोड को कवर करते हैं। इसी तरह छत्रसाल चौराहे पर 6 कैमरे हैं, जिसमें 3 कैमरे पन्ना रोड और सागर रोड को कवर करते हैं। 2 कैमरे बाजार रोड और आकाशवाणी तिराहा पर नजर रखते हैं। एक कैमरा जो पूरे छत्रसाल चौराहे को कवर करता है।
अब भी गार्ड का पता नहीं
लापरवाही की हद देखिए कि स्टेट बैंक को 3 दिन बाद भी यह पता नहीं चला है कि एटीएम में गार्ड क्यों मौजूद नहीं था। एसबीआई के रीजनल मैनेजर महेश शर्मा का कहना है कि भोपाल मुख्यालय ने आउटसोर्स कंपनी से डिटेल्स मांगा है। मसलन घटना के दिन गार्ड एटीएम में क्यों नहीं पहुंचा। इस बारे में कंपनी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
Created On :   12 July 2022 2:37 PM IST