आधी आबादी: उम्मीदवारी की दौड़ में पिछड़ती महिलाएं, किसी भी प्रमुख दल ने महिला उम्मीदवार घोषित नहीं किया

उम्मीदवारी की दौड़ में पिछड़ती महिलाएं, किसी भी प्रमुख दल ने महिला उम्मीदवार घोषित नहीं किया
  • राजनीतिक दलों की ओर से महिलाओं को कम ही उम्मीदवारी दी जा रही
  • पूर्व में महिला जनप्रतिनिधियों ने राजनीति में गहरी छाप छोड़ी
  • भावना गवली ने लगातार 5 बार चुनाव जीतने का रिकार्ड बनाया

रघुनाथसिंह लोधी, नागपुर। लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी पाने की दौड़ में महिलाएं पिछड़ती नजर आ रही है। यह स्थिति तब है जब संसद में बहुमत से महिला आरक्षण विधेयक पारित हो चुका है। महाराष्ट्र में पहले चरण के लिए पूर्व विदर्भ की 5 लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल कराने की अवधि समाप्त होने को आयी है। लेकिन किसी भी प्रमुख दल ने महिला को उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।

5 सीटों में नागपुर, रामटेक, भंडारा-गोंदिया, गडचिरोली-चिमूर व चंद्रपुर शामिल है। रामटेक में कांग्रेस की ओर से पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि बर्वे , प्रतिभा उके, तक्षशीला वागधरे का नाम प्रमुखता से टिकट दावेदार में शामिल है। चंद्रपुर में कांग्रेस नेता विजय वडेट्‌टीवार की पुत्री शिवानी वडेट्‌टीवार का नाम चर्चा में है। इसी क्षेत्र से दिवंगत सांसद बालू धानोरकर की पत्नी प्रतिभा धानोरकर भी कांग्रेस में मजबूत दावेदार हैं। इन नामों को छोड़ दिया जाए तो इच्छुक उम्मीदवार के तौर पर महिलाओं का नाम कम ही सामने आ रहा है।

नेतृत्व की छाप : विदर्भ में महिला नेतृत्व की बात की जाए तो यहां की महिला जनप्रतिनिधियों ने राजनीति में गहरी छाप छोड़ी है। प्रतिभा पाटील राष्ट्रपति रही है। कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रही प्रभाराव राज्यपाल भी रहीं हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में भले ही महिला उम्मीदवारों की कमी देखी गई लेकिन विदर्भ में उनकी स्थिति मजबूत रही है। विदर्भ में लोकसभा की 10 सीटों में से 2 सीट महिला उम्मीदवार ने जीती। एक पर कड़ी टक्कर दी थी। यवतमाल-वाशिम क्षेत्र में शिवसेना भाजपा गठबंधन की उम्मीदवार भावना गवली ने लगातार 5 बार चुनाव जीतने का रिकार्ड बनाया। अमरावती में निर्दलीय नवनीत राणा ने मोदी लहर में भी महायुति के उम्मीदवार आनंदराव अडसुल को पराजित कर दिया। वर्धा में कांग्रेस उम्मीदवार चारुलता टोकस ने 3,91,173 वोट पाकर महायुति के उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दी थी। रामटेक में बसपा उम्मीदवार किरण रोडगे ने 95049 वोट पाए थे।

कम उम्मीदवार : राजनीतिक दलों की ओर से महिलाओं को कमी उम्मीदवारी दी जा रही है। 2019 में राज्य में 867 में से 80 उम्मीदवार महिलाएं थी। इनमें 11 को राजनीतिक दलों ने टिकट दिए थे। 8 महिला उम्मीदवार जीती थी। 2014 की तुलना में राज्य में महिला उम्मीदवार की जीत के मामले में 33 प्रतिशत वृद्धि हुई थी। 2014 में 4,1119 में से 279 उम्मीदवार महिलाएं थीं।

इनका कहना है

भागीदारी बढ़ाने का प्रयास : चुनाव में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय निकाय संस्थाओं के चुनाव में महिला उम्मीदवार की संख्या बढ़ रही है। लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों में महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उम्मीदवार चयन में जीत की संभावना के आधार पर निर्णय लिये जाते हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की महिला उम्मीदवार अधिक नजर आयेगी। -संध्या सवालाखे, अध्यक्ष महिला कांग्रेस महाराष्ट्र

पहली सूची में 5 : भाजपा ने महाराष्ट्र में 20 उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित की। उसमें 5 महिलाएं हैं। महिलाओं को पहली सूची में 25 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिला है। सक्षम उम्मीदवारों का अवश्य मौका मिलेगा। धर्मपाल मेश्राम, प्रवक्ता भाजपा महाराष्ट्र

Created On :   23 March 2024 6:07 PM IST

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