सैर-सपाटा: अब वॉक विथ रेंजर के साथ पेंच फारेस्ट में पैदल सफारी का आनंद ले सकेंगे पर्यटक

अब वॉक विथ रेंजर  के साथ पेंच फारेस्ट में पैदल सफारी का आनंद ले सकेंगे पर्यटक
  • पैदल सफारी के लिए ऑफलाइन टिकट बुक होंगे
  • सुरक्षा के लिए बंदूक के साथ होंगे वन कर्मचारी
  • फॉरेस्ट मैनेजमेंट समझने के लिए वन विभाग ने की पहल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आपने जिप्सी में जंगल सफारी तो की होगी, लेकिन कभी पैदल जंगल में घूमने का मजा लिया है। यदि नहीं, तो अब पेंच में इसका रोमांच भरा आनंद ले सकेंगे। वॉक विथ रेंजर के साथ पर्यटकों को पैदल चलकर सफारी करने का मौका मिलने वाला है। हाल ही में इसका प्रस्ताव वरिष्ठ स्तर पर भेजा गया था, जिसे मंजूरी मिल गई है। ऐसे में जल्द ही 4 से 5 किमी तक जंगल में पैदल सफारी का मजा मिलने वाला है। यह सफारी बफर इलाकों में कराई जाने वाली है। यानी पेंच के पवनी व नागलवाड़ी में इसे शुरू किया जाना है। इस सफर में पूरी तरह से स्वस्थ्य लोगों को ही मौका मिलेगा।

वनकर्मी देंगे जानकारी : वर्तमान में जंगलों में जिप्सी सफारी की ही व्यवस्था होती है। जिप्सी में बैठाकर पर्यटकों को जंगल की सैर कराई जाती है। इस सफारी में केवल वन्यजीवों का दीदार कराया जाता है, साथ ही उन्हीं के बारे में जानकारी दी जाती है, किंतु अब फॉरेस्ट मैनेजमेंट समझने के लिए वन विभाग की ओर से उपरोक्त नई जंगल सफारी का आगाज किया जाने वाला है। इसके लिए ऑफलाइन बुकिंग ही की जाएगी। इस सफारी के लिए एक फॉरोस्ट ग्रुप रहेगा, जिनके पास सुरक्षा किट उपलब्ध होगी। पैदल भ्रमण करते समय वन विभाग के ग्रुप में रहने वाले कर्मचारी, सैलानियों को नेचर के बारे में जानकारी देते हुए वन विभाग किस तरह से मैनेज करता है आदि के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

इस तरह की पहली सफारी : यह सफारी केवल बफर इलाके में होगी, जहां आस-पास गांव स्थित हैं। सफारी के दौरान यहां रहने वाले ग्रामवासी कैसे जीवन यापन करते हैं आदि के बारे में भी सैलानियों को बताया जाएगा। यह सफारी अपने आप में पहली सफारी रहने वाली है। पेंच व्याघ्र प्रकल्प में कुल 6 बीट हैं, जिसमें चोरबाहुली से लेकर खुर्सापार, कोलीतमारा आदि गेट शामिल हैं। यहां गर्मी और ठंड के मौसम में नियमित सफारी शुरू रहती है, जहां बड़ी संख्या में पर्यटकों की दस्तक होती है। ऐसे में पैदल सफारी के लिए भी बड़ी संख्या में सैलानियों के आने की उम्मीद की जा रही है। इस दौरान पर्यटकों के साथ रहने वाले ग्रुप में गार्ड भी शामिल रहेंगे, जिनके पास सुरक्षा के लिए बंदूक होगी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बाद ही सफारी की जाएगी।

बारिश में भी शुरू रहेगी : पैदल सफारी के दौरान बारिश का सफारी पर ज्यादा असर नहीं होगा। वर्तमान स्थिति में बारिश के बाद कीचड़ की मौजूदगी के कारण जिप्सी के टायर फंस जाते हैं। ऐसे में सफारी बारिश में बंद कर दी जाती है, लेकिन पैदल सफारी बारिश के दौरान भी आराम से की जा सकेगी। हाल ही में पेंच में साइकिल सफारी शुरू की गई है, जिसका अच्छा प्रतिसाद वन विभाग को मिल रहा है। ऐसे में अब यह नई पैदल सफारी की मंजूरी मिलना भी नया अनुभव सैलानियों को देने वाला है।

Created On :   16 Jan 2024 3:06 PM IST

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