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राजनीति: राज्य मंत्रिमंडल विस्तार में जिले से भी दावेदार, नेताओं के समर्थकों की उत्सुकता बढ़ी
- नागपुर जिले से किसे मिलेगा स्थान
- विविध विभागों में सत्ता समन्वय का प्रयास
- निर्दलीयों को भी जोड़ने की है चर्चा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मानसून अधिवेशन से पहले राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना के बीच विविध चर्चाओं को बल मिलने लगा है। मंत्री पद को लेकर कई नेताअों के समर्थकों की उत्सुकता बढ़ी है। जानने का प्रयास है कि मंत्रिमंडल में किसे स्थान मिल पाएगा। जिले में पहले से ही मंत्री पद के दावेदार हैं। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद विदर्भ में मंत्री पद के दावेदारों की संख्या बढ़ सकती है। मानसून अधिवेशन 27 जून से होगा। 4 माह बाद विधानसभा के चुनाव होंगे। ऐसे में चुनाव तैयारी के तहत विविध विभागों में सत्ता समन्वय का प्रयास भी किया जाएगा।
खोपडे समर्थकों को पूरा विश्वास : मंत्री पद को लेकर जो नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं उनमें भाजपा विधायक कृष्णा खाेपडे, समीर मेघे, शिवसेना शिंदे गुट समर्थक विधायक आशीष जैस्वाल का समावेश है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व की सरकार के समय से ही खोपड़े का नाम मंत्री पद को लेकर चर्चा में रहा है, लेकिन मंत्रिमंडल में उन्हें स्थान नहीं मिल पाया। लोकसभा चुनाव में पूर्व नागपुर में भाजपा का सर्वाधिक मतदान मिला है। लिहाजा खोपडे समर्थक कहने लगे हैं कि अब और अधिक इंतजार नहीं कराना चाहिए। खास बात है कि पूर्व नागपुर में भाजपा के ही नेताओं ने आश्वासन दिया था कि खोपडे को मंत्री पद की गाड़ी मिलेगी।
कद बढ़ सकता है मेघे का : उधर, हिंगना क्षेत्र से दो बार जीते समीर मेघे भी मंत्री पद को लेकर चर्चा में रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद मेघे और अधिक चर्चा में है। रामटेक लोकसभा क्षेत्र में सुनील केदार के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव जीता है। जीत के बाद केदार ने हिंगना में सभा लेकर मेघे को चुनौती देने की घोषणा की है। ऐसे में मेघे का मंत्री पद देकर क्षेत्र में उनका राजनीतिक कद बढ़ाने का प्रयास किया जा सकता है।
जैस्वाल याद कराते हैं योगदान : रामटेक के निर्दलीय विधायक आशीष जैस्वाल मंत्री पद पर नजर लगाए हुए हैं। शिवसेना के विभाजन व एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद जैस्वाल ने खुलकर कहा था-शिंदे ने जो सत्ता पलट किया, उसमें हमारा भी योगदान है। कार्यकर्ता मुझे मंत्री पद पर देखना चाहते हैं। बीते मानसून अधिवेशन के समय भी मंत्रिमंडल विस्तार के साथ जैस्वाल के नाम की चर्चा थी।
पाला-बदल का प्रयास : ऐसे भी कुछ विधायक हैं जो चुनाव में उम्मीदवारी व सत्ता में सहभागिता के लिए पाला-बदल की तैयारी में हैं। उन्हें महायुति के साथ रखने का प्रयास किया जा सकता है। चंद्रपुर के निर्दलीय विधायक किशोर जोरगेवार अचानक राकांपा अजित गुट व भाजपा के नेताओं के साथ नजर आने लगे हैं। उधर, अमरावती में भाजपा के रुठे सहयोगी प्रहार संगठन के बच्चू कड़ू को भी मनाने का प्रयास हो सकता है। ओबीसी प्रतिनिधि के तौर पर वर्धा से पंकज भोयर व पश्चिम विदर्भ से संजय कुटे का नाम सामने लाया जा रहा है।
Created On :   20 Jun 2024 12:44 PM IST