Nagpur News: रेलवे स्टेशन का कुली नंबर वन अब्दुल मजीद, परिसर की सुरक्षा के लिए सजग प्रहरी

रेलवे स्टेशन का कुली नंबर वन अब्दुल मजीद, परिसर की सुरक्षा के लिए सजग प्रहरी
  • एक ऐसा कुली अपनी सेवाएं दे रहा है
  • यात्रियों के लिए मददगार और स्टेशन की सुरक्षा के लिए एक सजग प्रहरी भी बन चुका है

Nagpur News. सचिन मोखारकर | रेलवे स्टेशन पर पिछले 24 वर्ष से एक ऐसा कुली अपनी सेवाएं दे रहा है, जो न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा है, बल्कि यात्रियों के लिए मददगार और स्टेशन की सुरक्षा के लिए एक सजग प्रहरी भी बन चुका है। इसी छवि के चलते अब्दुल मजीद को "कुली नंबर वन’ भी कहा जाता है। मेहनत, ईमानदारी और नि:स्वार्थ सेवा से इन्होंने सभी का दिल जीता है। नागपुर रेलवे स्टेशन पर उनकी मौजूदगी न केवल यात्रियों के लिए सुकून देती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सच्ची सेवा का कोई मोल नहीं होता। अब्दुल मजीद की कहानी सिर्फ एक कुली की नहीं, बल्कि एक ऐसे इंसान की है, जो अपने छोटे से योगदान से समाज को बड़ा संदेश देता है।

यात्रियों का सहारा, स्टेशन का गौरव

अब्दुल मजीद के लिए नागपुर रेलवे स्टेशन सिर्फ कार्यस्थल नहीं, बल्कि उनका दूसरा घर भी है। वह हर यात्री की मदद के लिए तत्पर रहते हैं, चाहे सामान ढोना हो या भूले-भटके यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में सहायता करना हो। रेल दुर्घटनाओं के दौरान वह सबसे आगे रहकर यात्रियों की जान बचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं। स्टेशन पर होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर उनकी पैनी नजर रहती है, और वह तुरंत जीआरपी (रेलवे पुलिस) और आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) को सूचित करते हैं। अब्दुल मजीद न केवल एक कुशल कुली हैं, बल्कि स्टेशन के अन्य कुलियों के लिए एक प्रेरणा और नेता भी हैं। उनकी नि:स्वार्थ सेवा और ईमानदारी को देखते हुए रेलवे और सुरक्षा विभाग ने उन्हें कई बार सम्मानित किया है। उनकी इस समर्पण भावना ने उन्हें स्थानीय समाचार-पत्रों में भी जगह दी है।

बच्चे को अपहरणकर्ता से बचाया

11 जुलाई 2017 को अब्दुल मजीद ने अपनी सूझ-बूझ से एक 10 वर्षीय बच्चे को अपहरणकर्ता के चंगुल से बचाया। संदिग्ध गतिविधियों को भांपकर उन्होंने तुरंत जीआरपी को सूचित किया, जिसके बाद बच्चे को सुरक्षित छुड़ाया गया। इस कार्य के लिए उन्हें पुलिस अधीक्षक के हाथों प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया।

जब ट्रेन का कोच खराब हो गया : 2016 को एक बार जब एक ट्रेन का कोच खराब हो गया, तो अब्दुल मजीद और उनकी टीम ने यात्रियों को बिना किसी शुल्क के एक कोच से दूसरे कोच में स्थानांतरित करने में मदद की। इस कार्य ने उनकी सेवा भावना को और उजागर किया। सुरक्षा में भी योगदान है, स्टेशन पर किसी भी आपातकालीन अलर्ट के दौरान अब्दुल मजीद सुरक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी सजगता ने कई बार संभावित खतरों को टाला है।


Created On :   21 April 2025 7:11 PM IST

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