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वंदे भारत : बिलासपुर-नागपुर यात्रियों की संख्या अधिक
- नागपुर-बिलासपुर के लिए कम यात्री
- मध्य रेलवे में 10 करोड़ का राजस्व
डिजिटल डेस्क, नागपुर. नागपुर-बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत को नागपुर की तुलना में बिलासपुर से ज्यादा यात्री मिल रहे हैं। नागपुर में आवागमन का साधन ज्यादा रहने से इसे अधिक यात्री नहीं मिल रहे हैं, जबकि इसी गाड़ी को बिलासपुर से आने के लिए यात्रियों की संख्या ज्यादा है। यह आंकड़े रेलवे के हैं। 15 अगस्त से 8 सितंबर तक के आंकड़ों को देखा जाए, तो बिलासपुर से नागपुर आने वाली ट्रेन की मांग 122 प्रतिशत है, जबकि नागपुर से बिलासपुर जाने वाली वंदे भारत की मांग 106 प्रतिशत ही है।
शुरू में हो रही थी आलोचना : नागपुर-बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत को नागपुर से शुरू करने के बाद टिकटों की कीमत ज्यादा होने से इस गाड़ी की अलोचना होने लगी थी। यात्री संगठनों से लेकर जानकारों का मानना था कि इस गाड़ी को यात्री नहीं मिलेंगे, लेकिन धीरे-धीरे गाड़ी में यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। अभी भी नागपुर की तुलना में बिलासपुर से इस गाड़ी को ज्यादा यात्री पसंद करते हैं। गत 25 दिनों के अांकड़ों के अनुसार बिलासपुर से नागपुर आने वाली ट्रेन नंबर 20825 बिलासपुर-नागपुर एक्सप्रेस में अपनी 22 फेरियों में 14291 यात्रियों को सवारी कराई है, जिससे 1 करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिला है। इसी तरह ट्रेन नंबर 20826 नागपुर-बिलासपुर एक्सप्रेस की बात करें, तो 22 फेरियों में 12407 ही यात्रियों ने सफर किया है। इससे 99 लाख 42 हजार का राजस्व मिला है। ऐसे में नागपुर से ज्यादा इस गाड़ी को बिलासपुर से आने वाले पसंद कर रहे हैं।
मध्य रेलवे में 10 करोड़ का राजस्व
मध्य रेलवे में आधा दर्जन से ज्यादा वंदे भारत गाड़ियां चलाई जा रही हैं, जिससे गत 25 दिनों में 1 लाख 22 हजार यात्रियों ने सफर किया है। इसके बदले 10 करोड़ 72 लाख 20 हजार 718 रुपए का राजस्व मिला है।
Created On :   10 Sept 2023 7:05 PM IST