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नागपुर: एमपीडीए की कार्रवाई - रेत माफिया कालू की तलाश, पुलिस की कई स्थानों पर दबिश
- आला अफसर गंभीर रहें
- तो हो सकती है एमपीडीए की कार्रवाई
- मददगार पुलिसकर्मियों पर गिर सकती है गाज
डिजिटल डेस्क, नागपुर. कलमना क्षेत्र के रेत तस्कर कालू उर्फ विनोद शेषराव भोयर के फरार होने के बाद कलमना पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की टीम ने कालू के मिलने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। कालू के मामले को आला अफसरों ने गंभीरता से लिया, तो उसके और उससे जुड़े तमाम लोगों के खिलाफ पुलिस एमपीडीए की कार्रवाई कर सकती है।
कलमना क्षेत्र में एकछत्र राज चलता है
कालू का कलमना क्षेत्र में रेत तस्करी का एक छत्र राज चलता था। कालू इस इलाके में किसी को आगे बढ़ने नहीं दिया, इसलिए उसका रेत तस्करी में कोई सामना नहीं कर पा रहा था। कामठी थाने में भी करीब डेढ साल पहले कुछ ट्रक पकड़े गए थे, उस समय भी वह गिरफ्तारी से बच निकला था। बताया जाता है कि, टिप्पर या ट्रक जब भी पकडे जाते हैं, तब कालू अपने चालकों और क्लीनरों को पेश करवा देता है। यही कारण है कि, करीब एक दशक से कालू के टिप्पर और ट्रकों की धरपकड़ होती रही है, लेकिन वह बच निकलता है।
धंधे में लिप्त साथियों की तैयार हो रही है सूची :इस बार पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम ने कालू के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के मूड में हैं। कालू और उससे जुड़े लोगों की सूची तैयार हो रही है। इसी तरह गहन जांच-पड़ताल शुरू रही, तो संभवत: इस बार कालू बच नहीं पाएगा। कालू के ट्रक कामठी मार्ग से कलमना इलाके में दाखिल होते थे। इस बार पुलिस परिमंडल-5 के उपायुक्त निकेतन कदम के मार्गदर्शन में उनके विशेष दस्ते ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। इससे कालू के अवैध कारोबार का इस बार खात्मा होना लगभग तय माना जा रहा है।
मददगार पुलिसकर्मियों पर गिर सकती है गाज
कालू के दिन अब लदने की बारी आ गई है। कालू और उससे जुड़े तमाम रेत तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो चुकी है। कालू गिरफ्तार होते ही तमाम रेत तस्करों के नाम सामने आएंगे। इस बार कालू के मददगार पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच करने का आदेश भी दिया है। आला अफसरों के पास कलमना, कामठी के कुछ पुलिसकर्मियों के नाम के बारे में जानकारी पहुंच चुकी है। इनके बारे में छानबीन करने के निर्देश दिए गए हैं। इनकी भूमिका मददगार के रूप में पाई गई, तो इनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
रेत मंगवाने के ठिकानों की जांच शुरू
इस बार कालू जिस जगह से रेत मंगवाता था, उसके बारे में भी गहन जांच-पड़ताल शुरू की गई है। कालू के इस धंधे में शासकीय विभाग से उसका कौन मददगार था। इस बार छानबीन की जाने वाली है। कालू के इस धंधे के कारण करोड़ों का शासन के राजस्व का घाटा हुआ है। इसकी भी छानबीन की जाए, तो करोड़ों का जुर्माना उससे वसूला जा सकता है।
Created On :   21 Jan 2024 2:23 PM GMT