कार्रवाई: चोरी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन मामले में नागपुर ग्रामीण के 3 अधिकारी निलंबित

चोरी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन मामले में नागपुर ग्रामीण के 3 अधिकारी निलंबित
  • अब तक आठ लोगों को निलंबित किया जा चुका
  • मुंबई में दो चोरी के वाहनों से खुली कड़ी
  • मुख्यमंत्री को देना पड़ा था जवाब

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चोरी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन मामले में नागपुर ग्रामीण के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके पहले पांच बाबुओं पर कार्रवाई की गई थी। इस तरह अब तक इस मामले में आठ लोगों को निलंबित किया जा चुका है। निलंबित अधिकारियों में डिप्टी आरटीओ राजेश सरक, मोटर वाहन निरीक्षक उदय पाटील व इंस्पेक्टर अमित कराड शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि घोटाले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मंगलवार को विधानसभा में जवाब देना पड़ा था। इसके बाद यह कार्रवाई हुई। इसके पूर्व आरटीओ ग्रामीण के बाबू कुंदन वडीघरे, गजानन सोनोने, भरत गायकवाड़ दीपक गुलाने, मंगेश सोनोने को जिम्मेदार मानते हुए निलंबित किया गया था।

दलाल भी पकड़े गए थे : नागपुर का ग्रामीण आरटीओ कार्यालय उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब मुंबई में दो चोरी के वाहन बरामद किए गए थे। इन वाहनों के इंजन नंबर और चेचिस नंबर जांच में सही नहीं मिले थे। उसके बाद इसकी जांच करने पर इन वाहनों को बाहरी राज्य से महाराष्ट्र में लाकर नागपुर ग्रामीण आरटीओ से इनका रजिस्ट्रेशन करने की बात सामने आई थी, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा।

पहले मुंबई पुलिस की ओर से जांच चली, वहीं इसके बाद नाशिक के आरटीओ के माध्यम से जांच शुरू की गई। इसमें कई खुलासे हुए, जिसमें ग्रामीण आरटीओ से एक दो नहीं, बल्कि सैकड़ों गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन होने की आशंका बनी थी। इस मामले में नागपुर से कुछ दलालों को पकड़ा गया था। कुछ अधिकारी भी सामने आए, जिनको मुख्य पद से हटाकर दूसरी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस मामले की जांच करने वाली टीम ने हाल ही में परिवहन आयुक्त को रिपोर्ट सौंपी, जिस पर यह कार्रवाई की गई। कुछ दिन पहले इसी मामले में इंस्पेक्टर उदय पाटील को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

Created On :   11 July 2024 5:41 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story