आवास: नागपुर में शीघ्र ही टूटेंगे 489 रेलवे के जर्जर क्वार्टर, बनेंगे 100 से ज्यादा नए

नागपुर में शीघ्र ही टूटेंगे 489 रेलवे के जर्जर क्वार्टर, बनेंगे 100 से ज्यादा नए
  • नई रेल परियोजना को साकार करने की तैयारी
  • जर्जर निवास छोड़कर अन्यत्र रहने गए कर्मचारी
  • जल्द ही इसे ध्वस्त करने की तैयारी

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इस हालत में रहना मुश्किल : रेलवे में काम करने वाले कर्मचारियों को रहने के लिए रेल विभाग की ओर से क्वार्टर दिए जाते हैं। जहां क्लास वन अधिकारियों से लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रहते हैं। मध्य रेलवे नागपुर मंडल के कर्मचारियों के लिए अजनी परिसर में बड़ी संख्या निवास बनाए गए हैं। जहां बड़ी संख्या में कर्मचारी रहते भी हैं, लेकिन सही समय पर रख-रखाव नहीं होने से कई निवास स्थान जर्जर हो गए हैं। बारिश में कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई निवास में शौचालय टूट-फूट गये हैं, तो कई क्वार्टर जमीन स्तर पर पहुंच गए हैं, जिससे इसमें पानी घुस जाता है। ऐसे में कर्मचारियों ने इसे छोड़ना ही मुनासिब समझा।

बन रहे नए क्वार्टर : रेलवे की ओर से जर्जर क्वार्टर को ध्वस्त कर यहां नए क्वाटर बनाये जा रहे हैं, ताकि आने वाले समय में कर्मचारियों को सुरक्षित क्वार्टर में शिफ्ट कर सके। अधिकारियों की मानें तो कुल 100 से ज्यादा नए क्वार्टर अजनी में बनाए जा रहे हैं।

सही समय पर रख-रखाव जरूरी : अजनी में रहनेवाले रेल कर्मचारियों को दिए क्वार्टर का रख-रखाव सही समय पर होना जरूरी है, क्योंकि यहां बने निवास काफी पुराने हैं। इसकी समय पर मरम्मत नहीं होने से अनहोनी हो सकती है। कई बार यहां छज्जा गिरना, दीवार टूटने आदि जैसी घटनाएं हो चुकी हैं।

बाहर रहने मजबूर : जो कर्मचारी क्वार्टर में रहता है, उसे प्रशासन हाउस रेंट नहीं देता है। ऐसे में कई कर्मचारी जर्जर क्वार्टर में रहने के बजाय इसे छोड़ना ही मुनासिब समझ रहे हैं। अब रेलवे उन्हें हाउस रेंट दे रहा है। वह बाहर किराए से रह रहे हैं।

सही समय पर रख-रखाव जरूरी : अजनी में रहनेवाले रेल कर्मचारियों को दिए क्वार्टर का रख-रखाव सही समय पर होना जरूरी है, क्योंकि यहां बने निवास काफी पुराने हैं। इसकी समय पर मरम्मत नहीं होने से अनहोनी हो सकती है। कई बार यहां छज्जा गिरना, दीवार टूटने आदि जैसी घटनाएं हो चुकी हैं।

बाहर रहने मजबूर : जो कर्मचारी क्वार्टर में रहता है, उसे प्रशासन हाउस रेंट नहीं देता है। ऐसे में कई कर्मचारी जर्जर क्वार्टर में रहने के बजाय इसे छोड़ना ही मुनासिब समझ रहे हैं। अब रेलवे उन्हें हाउस रेंट दे रहा है। वह बाहर किराए से रह रहे हैं।

Created On :   23 April 2024 8:30 AM GMT

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