कार्रवाई: अधिकारियों का दावा-पहली बार वजन माप में गड़बड़ी की अजीबो-गरीब शिकायत मिली

अधिकारियों का दावा-पहली बार वजन माप में गड़बड़ी की अजीबो-गरीब शिकायत मिली
  • भांडेवाड़ी में मनपा का वजन कांटा किया सील
  • वजनमाप विभाग ने किया औचक निरीक्षण
  • खामी मिलने पर कार्रवाई की

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गुरूवार की देर शाम अचानक राज्य वैध मापन शास्त्र विभाग के विभागीय नियंत्रक पांडुरंग बिरादार के नेतृत्व में मनपा के भांडेवाड़ी स्थित डंपिंग यार्ड के वजन कांटे की जांच की गई। इस दौरान कांटे में छेड़छाड़ कर मात्रा से अधिक कचरे का वजन करने को लेकर कार्रवाई की गई। इस दौरान वैधमापन शास्त्र के अधिकारियों ने वजन कांटे को सील कर दिया है। इस मामले में अधिकारियों का दावा है कि पहली मर्तबा वजन माप में गड़बड़ी की अजीबोगरीब शिकायत मिली है। शिकायत की जांच करने पर कम वजन करने की बजाय अधिक वजन करने का मामला पाया गया है। पूरे मामले में मनपा और वैध मापन शास्त्र एक दूसरे पर दोषारोपण करने का प्रयास कर रहे हैं।

सब कुछ सुनियोजित : वैध मापन शास्त्र विभाग के विभागीय कार्यालय में विभागीय नियंत्रक पांडुरंग बिरादार के सामने भंडारा जिले के लाखनी के डॉ दीपराज लाखानी ने वजन कांटे में गड़बड़ी को लेकर गुरुवार को शिकायत की। इस शिकायत में वैधमापन शास्त्र विभाग के स्थानीय निरीक्षक को कार्रवाई से दूूर रखने का निवेदन करते हुए प्रत्यक्ष औचक जांच करने की मांग की गई। इसके बाद मुंबई कार्यालय से अनुमति लेकर विभागीय नियंत्रक ने अन्य दो निरीक्षक प्रदीप लांजेवार और प्रदीप झोड़ापे के साथ शिकायतकर्ता को लिया। शिकायतकर्ता ने आखिर तक गंतव्य और शिकायत वाले विभाग को लेकर जानकारी नहीं दी। सीधे तौर पर वाहन और अधिकारियों के साथ भांडेवाड़ी पहुंचकर वजन कांटे को जांच करने की मांग की। इस दौरान वैधामापन शास्त्र विभाग के अधिकारियों ने कचरे से लदे वाहनों के साथ वजन कांटे को जांच करने पर अधिक वजन होने की शिकायत को सही पाया गया। इसके बाद मनपा के स्थानीय अधिकारी रोहिदास राठौड़ की निगरानी में वजन कांटे को सील किया गया। वैधमापन अधिनियम 2009 की धारा के तहत मनपा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

कैसे हो रही गड़बड़ी : वैधमापन शास्त्र विभाग के अधिकारियों की जांच में अजीबो-गरीब खुलासा हुआ है। जांच के दौरान 13, 14, 15, 16 और 17 टन वजन के कचरे से लदे वाहनों को वजन किया गया। इस दौरान वाहन के साथ निर्धारित वजन से करीब 300 से 500 किलो अधिक वजन को पाया गया, जबकि वैधमापन शास्त्र विभाग ने करीब 8 माह पहले ही वजन कांटे का क्रेलिब्रेशन किया है। इस केलिब्रेशन प्रक्रिया में वजन कांटे के दुरूस्त और बेहतर रूप में कार्य करने का प्रमाणपत्र भी विभाग के स्थानीय निरीक्षक झोड़ापे ने दिया है। निर्धारित से अधिक वजन को कचरे का साबित कर मुनाफेखोरी की बड़ी जालसाजी को लेकर संदेह जताया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शिकायतकर्ता का कचरा संकलन और वजन करने की प्रक्रिया से दूर तक कोई भी संबंध नजर नहीं आ रहा है। हैरानी यह है कि मनपा के जिम्मेदारी अधिकारी भी पूरे मामले में अनभिज्ञता जता रहे हैं।

निरीक्षण करने पर शिकायत सही साबित : विभाग को अब तक वजनमाप में गड़बड़ी कर कम वजन की सामग्री देने की शिकायत मिली है, लेकिन पहली मर्तबा वजन माप में गड़बड़ी कर अधिक वजन देने का यह मामला है। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता ने प्रत्यक्ष शिकायत की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की थी। मामले की प्रत्यक्ष रूप से औचक निरीक्षण करने पर शिकायत को सही पाया गया है। फिलहाल वजन कांटे को सील कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है। -पांडुरंग बिरादार, विभागीय नियंत्रक, वैधमापन शास्त्र विभाग

क्रेलिब्रेशन करने का निर्देश : करीब 3 माह पहले वजन कांटे को क्रेलिब्रेशन कराया गया है। शिकायतकर्ता ने वैधमापन शास्त्र विभाग के निरीक्षक को लेकर शिकायत दर्ज कराने की जानकारी मिली है। भांडेवाड़ी के वजनकांटे को सील नहीं किया है, बल्कि 7 दिनों के भीतर क्रेलिब्रेशन करने का निर्देश दिया है। -डॉ गजेन्द्र महल्ले, उपायुक्त, घनकचरा व्यवस्थापन विभाग

कचरा कंपनी को लाभ पहुंचाने का अंदेशा : पूरे मामले में अधिक वजन देकर कचरा कंपनी को लाभ पहुंचाने का अंदेशा जताया जा रहा है। लंबे समय से पुराने और गड़बड़ी वाले कांटे को लेकर अधिकारी भी बदलने का दावा करते रहे हैं, लेकिन ठोस पहल नहीं हुई । कचरा कंपनियों के वाहन और कचरे से अधिक के वजन की गणना कर लाभ पहुंचाने का खुलासा कार्रवाई में हुआ है।

Created On :   23 Feb 2024 2:29 PM IST

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