उपलब्धि: विदर्भ को एडवांटेज , 35 प्रमुख उद्योजक, 5 स्टार्ट अप, 250 से अधिक स्टॉल्स

विदर्भ को एडवांटेज , 35 प्रमुख उद्योजक,  5 स्टार्ट अप, 250 से अधिक स्टॉल्स
  • पहली ही बार में मारी बाजी
  • विकास का विकेंद्रीकरण आयोजन का मुख्य उद्देश्य
  • तीन दिवसीय एडवांटेज विदर्भ का समापन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विकास का विकेंद्रीकरण ही एडवांटेज विदर्भ का मुख्य उद्देश्य था। यह उद्देश्य कुछ प्रमाण में पूरा हो चुका है। अगले साल सभी जिलों के लिए अलग-अलग डोम बनाकर वहां उद्योगों को स्थान दिया जाएगा। इससे सभी जिलों को लाभ मिलेगा, ऐसा विश्वास केंद्रीय मंत्री गडकरी व्यक्त किया। राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के प्रशासकीय इमारत परिसर में आयोजित तीन दिवसीय एडवांटेज विदर्भ का समापन हुआ। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पर्यटन मंत्री गिरीश महाजन, सांसद रामदास तडस, सांसद कृपाल तमाने, विधायक मोहन मते, पूर्व मंत्री सुलेखा कुंभारे, मेट्रो के सीएमडी श्रावण हर्डीकर आदि उपस्थित थे। विदर्भ में बड़ी संख्या में निवेशकों का आगमन होना चाहिए, यहां निवेश होना चाहिए, उद्योगों का विकास होना चाहिए और इन सबसे यहां बड़े प्रमाण में रोजगार के अवसर उपलब्ध होना चाहिए, इसलिए एडवांटेज विदर्भ का आयोजन किया गया था। इस आयोजन को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विविध उद्योग संस्थानों ने निवेशकों ने प्रतिसाद दिया है। उन सभी के प्रति गडकरी ने आभार माना।

अंतिम दिन ‘टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर फॉर सीओटू’ पर करार : समापन अवसर पर रामचरण ग्रुप ऑफ चेन्नई व सियान एग्रो के बीच ‘टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर फॉर सीओटू’ विषय पर करार हुआ। विजनरिज ऑफ विदर्भ नामक कॉफी टेबल बुक का विमोचन हुआ। इसमें 35 प्रमुख उद्योजक व उनके व्यवसाय और 5 स्टार्ट अप की यश गाथा की जानकारी का समोवश है। कॉफी टेबल बुक के संबंध में डॉ. विजय शर्मा ने जानकारी दी। एडवांटेज विदर्भ के माध्यम से विदर्भ के उद्योग क्षेत्र के बारे में बाहरी लोगों को पता चला है। इसके अलावा विद्यार्थियों को नई दृष्टि देनेवाला आयोजन हुआ है। पहली बार में ही इस आयोजन को सफलता मिली है। भविष्य में एडवांटेज विदर्भ रोजगार निर्मिती का बड़ा मंच साबित होगा, ऐसा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा।

विदर्भ के उद्योग क्षेत्र का अंदाजा लगा : पर्यटन मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से विदर्भ के उद्योग क्षेत्र की ताकत का पता चला है। यदि सर्वसमावेशक पर्यटन नीति तैयार की गई तो यहा देश विदेश के पर्यटक बड़ी संख्या में आएंगे और रोजगार के बड़े प्रमाण में अवसर उपलब्ध होंगे। एसोसिएशन फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के अध्यक्ष आशीष काले, उपाध्यक्ष प्रणव शर्मा व पूरी टीम ने आयोजन की सफलता के लिए सह्योग किया। आशीष काले ने बताया कि यहां सफल हो चुके स्टार्ट अप, 250 से अधिक स्टॉल्स, सभी तरह की इंडस्ट्रीज आदि ने सहभागिता की थी। अनेक संस्थानों के साथ सामंजस्य करार हुए हैं। संचालन रेणुका देशकर ने व आभार प्रदर्शन राजेश रोकडे ने किया।

विदर्भ से 50 हजार करोड़ का निर्यात संभव : गडकरी : विदर्भ में खारे व मीठे पानी के जलाशय उपलब्ध है। इसलिए यहां मत्स्य उत्पादन के बड़े अवसर उपलब्ध हैं। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा-जब राजस्थान के रेगिस्तान से साल में 2000 करोड़ रुपए की निर्यात हो सकता है तो विदर्भ से 50 हजार करोड़ का निर्यात संभव है। एसोसिएशन फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट (एड) की तरफ से खासदार औद्योगिक महोत्सव अंतर्गत एडवांटेज विदर्भ का अायोजन किया गया है। अायोजन के तीसरे दिन मत्स्य उत्पादन पर विशेष चर्चासत्र आयोजित किया गया। इस अवसर पर मत्स्य व्यवसाय विभाग के सहायक आयुकत रवींद्र वायडा, मत्स्य व्यवसाय विभाग के सहायक आयुक्त पुल्केश कदम, प्रादेशिक उपआयुक्त सुनील जांभुले, सीआईएफई की प्राध्यापक अर्पिता शर्मा, विविध संस्थानों के अमोल सालगांवकर, सुखदेव मंडल, विक्रम देशमुख आदि उपस्थित थे।

Created On :   30 Jan 2024 4:10 PM IST

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