पर्दाफाश: पुलिसकर्मी ही संचालित कर रहा था फर्जी पुलिस का गिरोह, पहुंचा सीखचों के पीछे

पुलिसकर्मी ही संचालित कर रहा था फर्जी पुलिस का गिरोह, पहुंचा सीखचों के पीछे
  • पुलिसकर्मी सहित गरोह के चार सदस्यों को किया गिरफ्तार
  • सब्जी और फलों की आड़ में तंबाकू की तस्करी करने वाले जीजा-साले को ब्लैकमेल किया
  • सीसीटीवी फुटेज से प्रकरण का पर्दाफाश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण पुलिस का सिपाही ही फर्जी पुलिस का गिरोह संचालित कर रहा था। प्रतिबंधित तंबाकू की तस्करी करने वाले जीजा-साले को आरोपियों ने ब्लैकमेल कर लाखों रुपए से ठगा है। घटित वाकये से तहसील थाने में प्रकरण दर्ज कर पुलिस सिपाही और गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को अदालत में पेश कर उन्हें पीसीआर में लिया गया है। प्रकरण से ओर भी चौकाने वाले खुलासे होने का कयास लगाया जा रहा है।

आरोपियों में ग्रामीण पुलिस दल में कार्यरत पुलिस सिपाही सचिन दिलीप मेश्राम (35) और उसके मित्र गिरोह के सदस्य संदीप भीमराव सुरडकर (40) राऊत नगर दिघोरी,रितेश महादेव मस्के (35) मस्कासाथ तेलिपुरा, मंगेश तात्याराव सावरकर (42) इतवारी मिर्ची बाजार और अभिलाष संतोष नामदेव (30) लाभलक्ष्मी नगर कलमना निवासी है। घटित वाकये से ताड़ापेठ निवासी हेमराज नंदनवार (44) सब्जी व फलों का व्यापार करता है। इसके लिए मध्य प्रदेश के पांढुर्ना व उसके आस-पास के गांवों से माल खरीदी कर कलमना मार्केट में लाकर बेचता है।

फलों व सब्जियों के बोरों में भरकर वह प्रतिबंधित तंबाकू व पान मसाले के पैकेट भी लाता था और अपने साले तेजस सुरेश बाजीराव को देता था। उसके बाद वहअन्य व्यापारियों को माल बेचता था : 20 तारीख के तड़के भी हेमराज ने सब्जी व फलों में प्रतिबंधित माल लाया था। ट्रक खाली करते वक्त अचानक सचिन के गिरोह के सदस्य पहुंचे। तलाशी के दौरान प्रतिबंधित माल की 5 बोरियां मिलने से हेमराज के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की धमकी दी। प्रकरण दर्ज नहीं करने के बदले में साढ़े तीन लाख रुपए की मांग की। तेजस ने रकम देने के लिए रुपए की बेग निकाला तो आरोपी उसके हाथ से 4 लाख 30 हजार रुपए की नकदी से भरी बेग और दो मोटरसाकिलों पर तंबाकू के तीन बोरे और पान मसाले के पैकेट लेकर भाग निकले। यह पूरा वाकया बाजू की किराना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। जिससे आरोपियों की पहचान हो पाई।


पश्चात उन्हें गिरफ्तार कर गुरुवार को अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें पीसीआर में लिया गया है। अन्य फर्जी घटनाअों में भी लिप्तता की आशंका पुलिस सिपाही के खिलाफ चंद्रपुर में भी मामला दर्ज है। घटित प्रकरण से सचिन के अापराधिक गतिविधियाें में लिप्त होने से पूर्व में शहर में घटित फर्जी पुलिस की वारदातों में उक्त गिरोह के लिप्त होने की आशंका है। जिससे प्रकरण में चौंकाने वाले खुलासे होने का कयास लगाया जा रहा है। घटित प्रकरण से प्रतिबंधित माल की तस्करी करने से व्यापारी के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज होने के संकेत मिले हैं।

Created On :   23 Feb 2024 1:38 PM IST

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