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विकास: गोड़बोले गेट के डिजाइन को मिली मंजूरी, अब मनपा को जल्द सौंपेंगे निर्माणकार्य का प्रस्ताव
- अंबाझरी बांध की भीतरी हिस्से की दुरूस्ती पूरी
- बांध के बाहरी हिस्से की मजबूती का कार्य शुरू
- नाशिक से मंजूर हुआ गेट डिजाइन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जलसंपदा विभाग की ओर से अंबाझरी बांध की भीतरी हिस्से की दुरूस्ती पूरी कर दी गई है। अब बांध के बाहरी हिस्से की मजबूती को आरंभ कर दी गई है। जलसंपदा विभाग से सेन्ट्रल डिजाइन आर्गनाइजेशन नाशिक से नक्शे को मंजूरी मिल गई है। अब जलसंपदा विभाग की ओर से मुख्य अभियंता को प्रस्ताव की तकनीकी मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। तकनीकी मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव बनाकर मनपा को प्रशासकिय मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इससे पहले मनपा ने बांध की दुरूस्ती की जिम्मेदारी जलसंपदा विभाग को सौंपी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक बांध की कुल क्षमता 8.35 दशलघमी के जलस्तर से 50 फीसदी को खाली किया जाना था, ताकि बांध के भीतरी हिस्से की दुरूस्ती को गर्मी के दिनों में पूरा किया जा सके। बावजूद इसके मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से काम को पूरा करने में लापरवाही बरती गई। ऐसे में करीब दो माह की देरी से काम आरंभ हो पाया था, हालांकि बांध के भीतरी हिस्से के काम को जलसंपदा विभाग ने पूरा कर दिया है। बाहरी हिस्से के काम को भी अगले माह के अंत तक पूरा करने का दावा जलसंपदा विभाग के अधिकारियों ने किया है। वहीं दूसरी ओर गोड़बोले गेट के डिजाइन को मध्यवर्ती संकल्पचित्र संगठन नाशिक से मंजूर हो गया है।
क्या होते गोड़बोले गेट : मनपा प्रशासन के निर्देश पर जलसंपदा विभाग की अधीक्षक अभियंता सोनाली चोपड़े, कार्यकारी अभियंता प्रांजलि टोंगसे और उप अभियंता महेश राठी समेत अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया। अंबाझरी बांध में सामान्य स्तर से अधिक जलजमाव होने से बाढ़ की स्थिति बनने का निष्कर्ष आने पर उपाययोजना में गोड़बोले गेट का सुझाव दिया गया है। दो गोड़बोले गेट को लगाने के लिए करीब 7 से 8 करोड़ की लागत आने की संभावना है। गोड़बोले गेट से अंबाझरी बांध के सामान्य से स्तर बढ़ने पर सुविधाजनक रूप में जलविसर्ग संभव होगा। लगातार जलविसर्ग होने से बांध में बाढ़ की स्थिति नहीं बनेगी।
गेट लगाने के लिए प्रक्रिया आरंभ : जलसंपदा विभाग से अंबाझरी में दो गोड़बोले गेट के की डिजाइन को मध्यवर्ती संकल्पचित्र संगठन नाशिक में भेजा गया था। संगठन की ओर से नक्शे को मंजूर कर दिया गया है। अब मुख्य अभियंता को तकनीकी मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा जाएंगा। तकनीकी मंजूरी मिलने के बाद मनपा प्रशासन को प्रशासकिय मंजूरी के लिए भेजा जाएंगा। मनपा से मंजूरी और निधि आवंटन के बाद गोड़बोले गेट को लगाना आरंभ कर दिया जाएंगा। - प्रांजलि टोंगसे, कार्यकारी अभियंता, जलसंपदा विभाग,
Created On :   19 July 2024 3:09 PM IST