सौभाग्यवश: बाल-बाल बचे 40 बच्चे, 100 मीटर दूर ट्रेन और रेलवे क्रॉसिंग में फंस गई स्कूल बस

बाल-बाल बचे 40 बच्चे, 100 मीटर दूर ट्रेन और रेलवे क्रॉसिंग में फंस गई स्कूल बस
  • सतर्कता से टली दुर्घटना
  • एक व्यक्ति ने लाल रंग के कठडे ( अवरोधक) को रेलवे पटरियों पर रखा,
  • लोको पायलट ने देखकर रोक दी ट्रेन

डिजिटल डेस्क, खापरखेड़ा(नागपुर)। खापरखेड़ा में छिंदवाड़ा-नागपुर ट्रेन के जाते समय रेलवे फाटक बंद किया जा रहा था। इस दरम्यान रेलवे फाटक लॉक हो गया। वहीं तकरीबन 40 बच्चों से भरी स्कूल बस क्रॉसिंग के बीच में फंस गई। गुरुवार को यह नजारा देख बस में सवार बच्चों की चीख-पुकार सुनकर हर कोई सहम गया। गनीमत रही कि लोको पायलट व नागरिकों की समय सूचकता से बड़ी अनहोनी टल गई।

जल्दी निकलने की कोशिश : खापरखेड़ा बिजली घर कर्मियों के बच्चों के लिए स्कूल जाने के लिए निजी कंपनियों को ठेका दिया गया है। गुरुवार को पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल से बस (क्र. एमएच-40, बीजी-7730) 40 स्कूली छात्रों को लेकर खापरखेड़ा बिजलीघर के प्रकाश नगर के लिए निकली थी। गुरुवार को शाम करीब 4 बजे के दौरान छिंदवाड़ा-नागपुर ट्रेन खापरखेड़ा रेलवे स्टेशन की ओर आ रही थी। इसकी सूचना मिलते ही रेलवे गेटमैन क्रॉसिंग का फाटक बंद कर रहा था। इस दरम्यान रेलवे फाटक लॉक हो गया और तभी जल्दी निकलने के चक्कर में स्कूल बस और एक कार रेलवे क्रॉसिंग के बीचो-बीच पटरियों पर अटक गईं। बताया जा रहा है कि ट्रेन रेलवे क्रॉसिंग से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर थी।

घबराकर चिल्लाने लगे थे स्कूली बच्चे : यह पूरा वाकया देख क्रॉसिंग पर खड़े लोग तथा बस में सवार स्कूली बच्चे चिल्लाने लगे। तभी एक व्यक्ति ने अपने पास रखे लाल रंग के कठडे ( अवरोधक) को रेलवे पटरियों पर रख दिया। लाल रंग का निशान दिखते ही लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी, जिससे बड़ी अनहोनी होते-होते टल गई। तुरंत एक तरफ का गेट खोल कर स्कूल बस तथा कार को निकाला गया। बच्चों तथा नागरिकों ने राहत की सांस ली। तब तक रेलवे क्रॉसिंग के दोनों ओर वाहनों तथा तमाशबीनों की कतारें लग गई थी।

Created On :   26 July 2024 10:30 AM GMT

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