फ्रॉड: 3.17 करोड़ की ठगी करने वाले फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

3.17 करोड़ की ठगी करने वाले फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • छत्तीसगढ़ के बेमेतरा से पुलिस ने आखिरकार धर-दबोचा
  • नौकरी दिलाने के नाम पर लगा चुके हैं कई लोगों को चपत
  • निवेश करने पर रकम दोगुना वापस करने की देते थे गारंटी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नौकरी का लालच देकर कई लोगों से 3.17 करोड़ की ठगी के मामले में फरार आरोपी विशाल उर्फ आची विश्वनाथ शेट्टीगार (32) प्लाट नंबर 57/ ए, गली नंबर 1 , रामेश्वरी रोड, पार्वतीनगर अजनी नागपुर निवासी को गिरफ्तार कर लिया गया है। छग के बेमेतरा से आर्थिक अपराध शाखा पुलिस के उपायुक्त अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में इसे गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया। विशाल काे न्यायालय में पेश कर 30 मई तक पीसीआर प्राप्त किया है।

इनकी पहले हो चुकी है गिरफ्तारी : आरोपी विशाल से पहले धोखाधड़ी के इस प्रकरण में पुलिस ने आरोपी 36 वर्षीय वैशाली उर्फ क्रिशा उर्फ पूनम विश्वनाथ शेट्टीगार (वैशाली सुदर्शन एनैवार), सुदर्शन संजय एनैवार (37), सिद्धार्थ संजय एनैवार (32) प्लाट नंबर 34 एस ई रेलवे कॉलोनी प्रतापनगर, नागपुर और शाहनवाज फिरदोस खान (25) प्लॉट नं. 57 रमाई नगर नारी रोड, कपिल नगर निवासी को गिरफ्तार कर चुकी है।

पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी : पुलिस सूत्रों के अनुसार, तानबा इंदूरकर की शिकायत पर गणेशपेठ थाने में उक्त आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में आरोपी विशाल फरार था। भनक लगी कि वह छत्तीसगढ (छग) के बेमेतरा में छिपा हुआ है। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त अर्चित चांडक ने एक दस्ते को बेमेतरा भेजा। पुलिस दस्ते ने आरोपी विशाल को वहां ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर नागपुर लाया। पता चला है कि उक्त आरोपियों ने तानबा इंदुरकर के 4 सदस्यों काे नौकरी दिलाने का लालच देकर फर्जी दस्तावेज बनाया। उन्हें और परिवार के बाकी सदस्यों को निवेश करने पर दोगुना रकम देने का लालच दिया। आरोपियों ने प्रापर्टी डीलिंग, लीज और सिटी सर्वे में भी काम दिलाने का झांसा दिया। आरोपियों ने जब पीड़ितों को नौकरी नहीं दिलाई तो उन्होंने पैसे वापस मांगे। इस पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। आरोपियों ने करीब 3 करोड़ 17 लाख रुपए ऐंठ लिया।

सुर्खियों में आया था यह क्षेत्र : इसी प्रकरण में आरोपी विशाल उर्फ आची विश्वनाथ शेट्टीगार फरार था और वह छग के बेमेतरा में जाकर छिपा हुआ था। बेमेतरा वही इलाका है, जहां पिछले वर्ष विधायक ईश्वर शाहू के बेटे की हत्या कर दी गई थी। बेटे की हत्या के बाद ईश्वर शाहू विधायक बने। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस मामले की जांच कर रही है। दस्ते सहायक पुलिस निरीक्षक सागर आव्हाड, हवलदार पंढरी खोंडे, रवींद्र जाधव, मंगेश गौरकर, अविक्षणी भगत व साइबर पुलिस थाने के हवलदार रोहित मटाले ने कार्रवाई में सहयोग किया।

Created On :   29 May 2024 3:59 PM IST

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