रोष: विधान सभा में विपक्ष के तीखे तेवर, किया सभात्याग

विधान सभा में विपक्ष के तीखे तेवर, किया सभात्याग
जांच रिपोर्ट अगले अधिवेशन से पहले सदन में रखने का निर्देश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रसूताओं की मृत्यु के मामले को लेकर विधानसभा में विपक्ष ने तीखे तेवर अपनाए। स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के इस्तीफे की मांग के साथ सभा का त्याग कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने इस मामले की जांच सिविल सर्जन के माध्यम से कराने की घोषणा की है। प्रश्नकाल में सदस्य सुभाष धोटे ने गड़चिरोली व बुलढाणा जिले में प्रसूताओं की मृत्यु का मामला उठाया। उन्होेंने आरोप लगाया कि गड़चिरोली में प्रसूता रजनी शेडमाके व उज्जवला बुरे एवं बुलढाणा में विद्या गावंडे की मृत्यु चिकित्सकों की लापरवाही के कारण हुई है।

मंत्री सावंत का जवाब : जवाब में मंत्री सावंत ने कहा कि बुलढाणा में प्रसूता डेंगू पीड़ित थी। उनके परिजन के कहने पर मरीज को नागपुर के अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। रास्ते में मरीज की मृत्यु हो गई। गड़चिरोली के महिला अस्पताल में प्रत्येक बेड पर 2 से 4 मरीज थे। 100 बेड के उस अस्पताल में मरीजों के परिजनों सहित करीब 300 लोग थे। दोनों मरीजों का अापरेशन किया गया। मृत्यु की जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि संक्रमण के कारण मृत्यु हुई है।

जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं : मंत्री के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ। नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने मंत्री के इस्तीफे व कड़ी कार्रवाई की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सरकार को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच कर अगले अधिवेशन से पहले रिपोर्ट सदन में रखी जाए। मंत्री सावंत ने घोषणा की कि प्रत्येक जिला अस्पताल में आईसीयू की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। गड़चिरोली में भी महिलाओं के लिए 100 बेड का नया अस्पताल बनाया जाएगा।

Created On :   14 Dec 2023 12:54 PM IST

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