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तफ्तीश: नागपुर में चोरी के वाहन रजिस्ट्रेशन मामले में इंस्पेक्टर का भी नाम सामने आया
- पुलिस ने उदय पाटील को दूसरी बार नोटिस जारी किया
- गिरफ्तारी के डर से मुंबई जाने को तैयार नहीं
- मुंबई पुलिस ने 16 मई को वाहनों के दस्तावेजों के साथ हाजिर होने को कहा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। चोरी के वाहन रजिस्ट्रेशन करने वाले एक आरटीओ इस्पेक्टर का नाम सामने आया है। यह खुलासा मुंबई पुलिस की जांच के दौरान हुआ। यह इंस्पेक्टर उदय पाटील है। पुलिस ने पहले पाटील के खिलााफ पुख्ता सबूत जुटाए और ऐसे कारनामों पर उन्हंे पूछताछ के लिए नोटिस देकर मुंबई बुलाया। खुद को फंसता देख पाटील मुंबई तो नहीं गए, गिरफ्तारी के बचने के लिए अग्रिम जमानत लेने कोर्ट जरूर चले गए। कोर्ट से उन्हें अग्रिम जमानत भी मिल गई, मगर इसके बाद भी वे मुंबई पुलिस को जवाब देने तैयार नहीं। मंगलवार को एक बार फिर मुंबई पुलिस ने उन्हें नोटिस देकर 16 मई तक पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा है। हालांकि पाटील जवाब देने के बजाय उल्टा पुलिस द्वारा जांच करने के अधिकार को ही गलत बता रहे हैं। चोरी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन के मामले में अब रोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं।
रजिस्ट्रेशन करवाने वाला अंतरराज्यीय गैंग सक्रिय : नागपुर ग्रामीण आरटीओ में चोरी के वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए पूरा अंतरराज्यीय गैंग सक्रिय था, जिसका खुलासा मुंबई की क्राइम ब्रांच ने किया। नागपुर में ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन तक हो गया, जो कंपनी में कभी बनाए ही नहीं गए थे। कंपनी के नाम पर जो चेसिस नंबर और इंजन नंबर दिए गए थे वह पूरी तरफ से फर्जी थे। लाखों का रोड टैक्स बकाया वाहनाें का माफ कर दिया गया। ऐसे वाहनों का भी रजिस्ट्रेशन हुआ जो कभी नागपुर पहुंचे ही नहीं है। ऐसे में उनका फिजिकल वेरिफिकेशन भी नागपुर से होना बताया गया। कई वाहनों के चेसिस नंबर और इंजन नंबर भी अलग-अलग थे, लेकिन उनको ओके कर दिया गया। कुछ वाहन ऐसे थे जिनके इंश्योरेंस लेने के लिए वाहनों को चोरी होना बताया और फिर उनकी चेचिस और इंजन नंबर बदलकर रजिस्ट्रेशन करवा दिया गया।
यह लिखा है नोटिस में : पुलिस आयुक्तालय, नई मुंबई द्वारा जारी नोटिस में पाटील से कहा गया है कि एपीएमसी पुलिस स्टेशन पर फर्जी दस्तावेज वाहनों के संबंध में दर्ज मामलों में एमएच 40 सीडी 3642, 1433, 4818, एमएच 40 सीएम 0638, 1404, एमएच 40 सीडी 2912, एमएच 40 सीएम 2478, 2480, एमएच 40 सीडी 2955 इन वाहनों की आरएमए पंजीयन प्रक्रिया में वह भी शामिल थे। ऐसे में उन वाहनों के दस्तावेज लेकर उन्हें अपराध शाखा नई मुंबई में 16 मई को हाजिर होने को कहा है। यह नोटिस नई मुंबई अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शशिकांत चांदेकर की ओर से भेजा गया है।
पुलिस की प्रक्रिया ही गलत है : इस मामले में दैनिक भास्कर ने इंस्पेक्टर दिलीप पाटील से जवाब मांगा, जिस पर उन्हाेंने पुलिस के खिलाफ की गई शिकायतों और कोर्ट से अग्रिम जमानत के दस्तावेज भेज दिए, जिसका सार यही था कि इस मामले में पुलिस ही गलत है। उन्हें जांच करने और गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने जो भी किया सब नियमानुसार सही किया है। हालांकि जिन वाहनों में उनकी संदिग्ध भूमिका थी, उसका वे जवाब नहीं दे पाए।
Created On :   15 May 2024 3:28 PM IST