जलस्तर: निरंतर बारिश से नागपुर का अंबाझरी तालाब लबालब, प्रशासन ने जलविसर्ग किया आरंभ

निरंतर बारिश से नागपुर का अंबाझरी तालाब लबालब, प्रशासन ने जलविसर्ग किया आरंभ
  • 4 पंप की सहायता से दो विसर्ग वाले गेट से जलनिकासी
  • अंबाझरी में शनिवार तक 316.24 एमएम जलस्तर पहुंच गया
  • ओवरफ्लो को केवल 0.04 एमएम कम रहने प्रशासन हुआ अलर्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले सप्ताह भर से लगातार बरसात के चलते जिले के बांधों, नहरों, नदियों और तालाबों में पर्याप्त संचय हो गया। ऐसे में शहर के अंबाझरी तालाब में भी जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में शनिवार की सुबह से महानगरपालिका प्रशासन ने 4 पंप की सहायता से दो विसर्ग वाले गेट से जलनिकासी आरंभ कर दी है। अंबाझरी बांध की कुल जलसंचय क्षमता 8.35 दशलघमी है। इसमें से 316 एमएम को ओवरफ्लो स्तर माना गया है। लगातार बरसात से अंबाझरी में शनिवार तक 316.24 एमएम जलस्तर पहुंच गया है। ओवरफ्लो को केवल 0.04 एमएम कम रह गया है। ओवरफ्लो स्तर के पहुंचने की संभावना को देखते हुए मनपा प्रशासन ने 4 पंप लगाकर लगातार जलविसर्ग को आरंभ कर दिया है। ओवरफ्लो को दो विसर्ग गेट से निकाला जा रहा है। ऐसे में बांध के पानी से नुकसान को टालने का प्रयास किया जा रहा है।

बाढ़ से नुकसान को लेकर मनपा की सरकार से गुहार : 87 करोड़ का नुकसान भरपाई का प्रस्ताव भेजा : महानगरपालिका प्रशासन की ओर से पिछले शनिवार को शहर में भारी बरसात से नुकसान को लेकर समीक्षा की गई है। इस समीक्षा के बाद राज्य सरकार को 87.59 करोड़ रुपए की निधि देने की मांग की है। 20 जुलाई को बरसात के चलते घरों, सड़कों समेत अन्य नुकसान काे लेकर दुरूस्ती के लिए प्रस्ताव भेजा है। मनपा की ओर से प्राथमिक सर्वेक्षण में शहर की 456 बस्तियों के साथ 30 किलोमीटर के रास्ते, 6.15 किलोमीटर लंबाई के नालों की सुरक्षा दीवार को नुकसान का अनुमान लगाया गया है। हालांकि पिछले साल 23 सितंबर को अंबाझरी में हुई बाढ़ के चलते नुकसान मुआवजे के प्रस्ताव अब भी राज्य सरकार के पास प्रलंबित पड़े हुए है। 23 सितंबर को हुए नुकसान के लिए 204 करोड़ रुपए की मांग का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था। हालांकि महानगरपालिका प्रशासन को 14.5 करोड़ रुपए ही प्राप्त हुए है। मंजूर होने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से निधि अब तक नहीं मिली है।

बाढ़ से नुकसान : आला अधिकारियों के मुताबिक शहर में 10 जोन में से धरमपेठ और गांधीबाग जोन को बरसात से नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लक्ष्मीनगर जोन में करीब 1.32 किलोमीटर के रास्ते और 720 मीटर की सुरक्षा दीवार को नुकसान हुआ है। इस लिहाज से 83 लाख रुपए रास्ते और 8 करोड़ से की मांग की गई। हनुमाननगर जोन में करीब 2.64 किलोमीटर के रास्तों का नुकसान हुआ है। इन रास्तों की दुरूस्ती के लिए 2.63 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। शहर में सर्वाधिक नुकसान धंतोली जोन में 1.68 किलोमीटर के रास्तों को नुकसान हुआ है। इन रास्तों की दुरूस्ती के लिए 2.4 करोड़ रुपए की निधि की आवश्यकता है।

Created On :   27 July 2024 1:24 PM GMT

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