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शिक्षा: फिट्जी क्लासेस प्रकरण, 50 छात्रों ने क्लास छोड़ा, पैसा देने में की जा रही आनाकानी
- उत्तर प्रदेश में फिट्जी के एमडी पर 2 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज
- सैकड़ों अभिभावक व छात्र-छात्राओं विरोध प्रदर्शन किया
- एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद नियमित क्लास शुरू नहीं हुई
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जेईई कोचिंग के नाम पर लाखों की फीस लेने के बाद भी नियमित क्लासेस नहीं लेने वाले लॉ कॉलेज चौक स्थित "फिट्जी' ट्यूशन क्लासेस का मसला दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है। पिछले दो माह से नियमित क्लासेस नहीं होने से 9 जून को "फिट्जी' के सामने सैकड़ों अभिभावक व छात्र-छात्राओं विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद नियमित क्लास शुरू नहीं होने पर अब तक करीब 40 से 50 छात्रों ने ‘फिट्जी’ ट्यूशन क्लास को छोड़ दिया है। लेकिन अब फीस के लाखों रुपए वापस नहीं मिलने से अभिभावक से लेकर छात्रों में चिंता बढ़ गई है। अभिभावकों का कहना है कि, फीस के लाखों रुपए वापस मांगने के लिए ‘फिट्जी’ में जाते हैं, तो क्लासेस वाले अपनी जिम्मेदारी से हाथ झटक रहे हैं और दिल्ली हेड ऑफिस से ही वित्तीय लेन-देने होने की बात कर रहे हैं।
यह है मामला : बता दें कि, पिछले दो माह से ‘फिट्जी’ ने शिक्षकों को पेमेंट ही नहीं दिया, इसलिए करीब 10-12 शिक्षक नौकरी छोड़ चुके हैं। दूसरी ओर लाखों की फीस देने के बाद भी छात्र नियमित ट्यूशन से वंचित रहने पर अभिभावक और छात्र-छात्राओं को 9 जून को आंदोलन करना पड़ा था। इस मामले में "फिट्जी' के नागपुर ब्रांच के पदाधिकारियों कहना है "फिट्जी' का हेड ऑफिस दिल्ली में है। हेड ऑफिस से शिक्षकों को पेमेंट नहीं मिला, इसलिए शिक्षक पढ़ाने के लिए नहीं आ रहे हैं। गौरतलब है कि, आंदोलन के दौरान नियमित क्लास शुरू करने के लिए ‘फिट्जी’ ने 72 घंटे की मोहलत मांगी थी, लेकिन यह मसला अभी तक हल नहीं हुआ है। इस मामले में नाराज अभिभावक सुभाष मानमोड़े की शिकायत पर फिट्जी के संचालकों और नागपुर ब्रांच प्रमुख के खिलाफ अंबाझरी थाने में धोखाधड़ी का मामाला दर्ज कराया है। उधर मोहलत पूरी होने के बाद अधिकांश छात्र ‘फिट्जी’ ट्यूशन क्लास छोड़ रहे हैं और दूसरी जगह क्लास लगा रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि, बच्चों के भविष्य को दखेते हुए यह कदम उठाना पड़ रहा है।
वित्तीय लेन-देन हेड ऑफिस से होगा : केंद्र प्रमुख : बच्चों का एडमिशन कराते समय अभिभावकों ने ‘फिट्जी’ को लाखों रुपए दिए थे। अब क्लास छोड़कर जाने वाले छात्र और अभिभावक ‘फिट्जी’ नागपुर ब्रांच से फीस वापस मांग रहे हैं, तो उन्हें दिल्ली हेड ऑफिस से ही वित्तीय लेन-देन होने की बात बताई जा रही है। साथ ही बताया जा रहा है कि, वित्तीय व्यवहार को दिल्ली से मंजूरी मिलने पर पैसे वापस दिए जाऐंगे।
जिनके पास ज्यादा पैसे नहीं उनका क्या? : जेईई की जनवरी 2025 में परीक्षा होने वाली है। ऐसे में नियमित क्लासेस नहीं होने पर छात्रों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। अधिकांश अभिभावक बच्चों का भविष्य खतरे में न आए, इसलिए दूसरे क्लासेस में एडमिशन करा रहे हैं। वहां भी उन्हें लाखों की फीस जमा करनी पड़ रही है, लेकिन जिन अभिभवकों के पास ज्यादा पैसे नहीं हैं, उनका क्या होगा? उनके बच्चे न तो ‘फिट्जी’ का क्लास छोड़ सकते हैं और नियमित क्लास भी नहीं हो रहे है, जिससे अभिभावकों में जबरस्त असंतोष का माहौल है।
प्रयागराज में दर्ज हुआ है धोखाधड़ी का मामला : प्रयागराज में भी फिट्जी’ का एक मामला उजागर हुआ है। वहां जेईई कोचिंग के नाम पर 74 छात्रों से 2 करोड़ की ठगी करने के मामले में पुलिस ने कोचिंग के एमडी समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइंस, प्रयागराज स्थित संस्थान में बच्चों से औसतन ढाई से तीन लाख रुपए फीस वसूली गई, लेकिन सत्र प्रारंभ होने के पहले माह में ही वित्तीय समस्या एवं कु-प्रबंधन के चलते कोचिंग बंद होने की कगार पर होने की बात सामने आई है।
Created On :   19 Jun 2024 1:22 PM IST