प्रशासन की घोर लापरवाही: स्वतंत्रता दिवस समारोह में रंग-बिरंगे पोशाक में नजर आएंगे विद्यार्थी

स्वतंत्रता दिवस समारोह में रंग-बिरंगे पोशाक में नजर आएंगे विद्यार्थी
  • मौदा तहसील में गणवेश वितरित
  • अन्य तहसीलों में विद्यार्थियों को प्रतीक्षा
  • विद्यार्थियों को नहीं मिला यूनिफार्म

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों को पहले ही दिन गणवेश देने की सरकार की घोषणा खोखली साबित हुई। उसके बाद 15 अगस्त से पहले गणवेश देने के सपने दिखाए गए। मौदा तहसील में गणवेश वितरित हो पाए। अन्य तहसील के गणवेश सिलकर तैयार नहीं हुए। स्वतंत्रता दिवस समारोह को पांच चार दिन बचे हैं। शालेय गणवेश नहीं मिलने से इस बार समारोह में विद्यार्थी रंग-बिरंगे पोशाक में नजर आएंगे।

जिले में 80 हजार लाभार्थी विद्यार्थी : शालेय गणवेश योजना के जिले में 80 हजार लाभार्थी विद्यार्थी है। सरकारी तथा स्थानीय िनकाय संचालित स्कूलों के पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थी शालेय गणवेश योजना के लिए पात्र है। स्कूल के पहले दिन से विद्यार्थियों को गणवेश का इंतजार है। 15 अगस्त करिब आ गई, लेकिन उनका इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। मौदा तहसील छोड़ जिले की अन्य 12 तहसीलों में अभी तक गणवेश वितरण नहीं हुआ।

स्कूल खुलने के चार दिन बाद कपड़ा आपूर्ति : 1 जुलाई को विदर्भ के स्कूल खुले। उसके चार दिन बाद शालेय गणवेश के कपड़ों की पहली खेप सात तहसीलों में पहुंची। उसके बाद अन्य तहसीलों में कपड़ा पहुंचाया गया। नियमित गणवेश का कपड़ा गटशिक्षणाधिकारियों ने स्वीकृत कर गणवेश सिलवाने के लिए महिला आर्थिक विकास महामंडल के सुपुर्द किया गया। स्काउट-गाइड के गणवेश का कपड़ा पंचायत समिति स्तर से केंद्रीय स्कूलों तक पहुंचाया गया। वहां से मुख्याध्यापकों को स्कूल में ले जाने की सूचना दी गई। स्थानीय स्तर पर महिला बचत समूहों से गणवेश सिलवाने हैं। कपड़े के थान आपूर्ति किए जाने से कटाई का पेंच फंस गया। किस स्कूल को कितना कपड़ा देना है, इस संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं रहने से शिक्षा विभाग उलझन में पड़ गया है। जिला परिषद ने सरकार ने मार्गदर्शन मंगवाया है। अभी तक सरकार से कोई भी दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं है। पंचातय समिति स्तर पर कपड़ा वैसे ही पड़ा है।

सप्लायर के कपड़ा कटर का इंतजार : स्काउट-गाइड का कपड़ा कटिंग करने के लिए सप्लायर कपड़ा कटर भेजने की हाल ही में विडियो कांफ्रेंस में जानकारी दी गई। दो सप्ताह हो गए, लेकिन अभी तक सप्लायर के कपड़ा कटर नहीं पहुंचे। कपड़ा कटिंग करने के लिए सप्लायर से कब तक मानवसंसाधन उपलब्ध किया जाएगा, इसके बारे में स्थानीय स्तर पर किसी के पास ठोस जवाब नहीं है।

Created On :   10 Aug 2024 7:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story