बाघ: विदर्भ में बाघों के लिए दायरा कम, संख्या ज्यादा, बड़े होने लगे 48 शावक

विदर्भ में बाघों के लिए दायरा कम, संख्या ज्यादा, बड़े होने लगे 48 शावक
  • क्षेत्र छोटा होने के कारण अपने लिए नया क्षेत्र ढूंढते हैं
  • पूरे राज्य में 444 है बाघों की संख्या
  • भविष्य में कर सकते हैं पलायन

सचिन मोखारकर, नागपुर। विदर्भ के जंगल बाघों के लिए अब छोटे पड़ने लगे हैं। यहां क्षमता से ज्यादा बाघ रह रहे हैं। बोर व्याघ्र प्रकल्प से लेकर उमरेड-करांडला अभयारण्य इसका उदाहरण है। वर्तमान में यहां 48 शावक पल रहे हैं। क्षेत्र छोटा होने के कारण अपने लिए इन्हें नया क्षेत्र ढूंढना पड़ेगा। ऐसे में भविष्य में विदर्भ से 48 बाघ ‘पलायन’ करेंगे, यह कहना गलत नहीं होगा।

जंगल का दायरा बहुत छोटा : पूरे राज्य में 444 बाघ हैं। जिसमें सबसे ज्यादा बाघ विदर्भ के जंगलों में है। मुख्यता चंद्रपुर में बाघों की भरमार है। हालांकि यहां बाघों के लिए पर्याप्त जगह है, लेकिन पेंच, उमरेड, देवलापार, बोर आदि जगहों पर बाघों की संख्या की तुलना में क्षेत्र छोटा है। एक बाघ को 25 किमी का दायरा भ्रमण के लिए लगता है, लेकिन उक्त जंगलों में बाघों की तुलना में दायरा छोटा है। इससे अक्सर बाघों में संघर्ष की स्थिति बनती रहती है। हारने वाले बाघों को यहां से पलायन कर दूसरी जगह जाना पड़ता है। वर्तमान में इन जंगलों में रहने वाली बाघिनों के 48 शावक पल रहे हैं। बाघ बनते ही ये अपना क्षेत्र तय करना चाहेंगे और विदर्भ के जंगलों में वैसे ही बाघों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में इन्हें दूसरे राज्य में पलायन करना पड़ सकता है।

कहां कितने शावक

देवलापार में टी-65 बाघिन के 2, टी-106 के 4, टी-15 के 2, टी-51 के 3, टी-57 के 2 व टी-41 बाघिन के 4 कुल 17 शावक पल रहे हैं।

उमरेड वाइल्ड लाइफ में टी-1 के 2 शावक वही टी-6 के 3 शावक कुल 8 हैं।

पौनी युसी व ईस्ट पेंच में टी-92 के 2 व टी-62 के 2 कुल 4 शावक पल रहे हैं।

वेस्ट पेंच में टी-46 के 4, टी-95 के 3 व टी-34 के 1 कुल 8 शावक है।

पौनी ( युपीके) के टी-5 के 2, टी-30 के 2, ट4-62 के 2, टी-82 के 2, टी-92 के 2 व टी-69 के 2 कुल 13 शावक हैं।

राज्य में 444 बाघों की मौजूदगी : पूरे राज्य में कुल 6 नेशनल पार्क हैं। इसके अलावा 50 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी हैं। कुल आरक्षित इलाके 15 हैं। वन विभाग के अंतर्गत आने वाला कुल इलाका 10 हजार 3 सौ 50 वर्ग किमी है। कुल 6 टाइगर रिजर्व हैं, जिसमें 9 हजार 1 सौ 14 वर्ग किमी का एरिया है। महाराष्ट्र में कुल बाघ की बात करें तो एनटीसीए के रिपोर्ट अनुसार 444 बाघ मौजूद हैं।

Created On :   24 April 2024 1:24 PM IST

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