सुरक्षा: हादसों को रोकने के लिए मुंबई-हावड़ा वाया नागपुर मिल सकती है कवच प्रणाली

हादसों को रोकने के लिए मुंबई-हावड़ा वाया नागपुर मिल सकती है कवच प्रणाली
  • ट्रेन हादसों से बचाता है यह सिस्टम
  • वर्तमान में मध्य रेलवे इससे अछूता है
  • गाड़ी टकराने से पहले ही रूक जाती है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाल ही में कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना में 9 यात्रियों की जान चली गई। 44 से ज्यादा यात्री घायल हो गए। दरअसल जलपाईगुड़ी स्टेशन से 10 किमी पहले गाड़ी जब पटरी पर खड़ी थी, ठीक इसी समय पीछे से मालगाड़ी ने आकर ट्रेन को टक्कर मार दी थी। इस हादसे के बाद कवच प्रणाली फिर से याद आ गई। वर्तमान में मध्य रेलवे इससे अछूता है। आने वाले समय में मुंबई से हावड़ा के लिए इस कवच प्रणाली का उपयोग करने की बात जा रही है। नागपुर को भी इसका फायदा मिल सकता है।

सिग्नल यंत्रणा पर ही है निर्भर : रेल हादसों में गाड़ी का आमने-सामने आकर टकराना, पीछे से टक्कर मारना जैसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। इन हादसों में कई यात्री अपनी जान गंवा चके हैं, कई दिव्यांग हुए। ऐसे मे सिग्नल यंत्रणा में खामियों को दूर करने के लिए रेलवे ने वर्ष 2021-22 में कवच प्रणाली की संकल्पना लाई, जिसे भारतीय रेलवे में कुछ जगह स्थापित भी किया गया है, लेकिन मध्य रेलवे मंे यह प्रणाली अभी तक लागू नहीं हो सकी है। यहां सिग्नल यंत्रणा के भरोसे ही रेल व्यवस्था है, लेकिन अब एक नागपुर के लिए उम्मीद की किरण दिख रही है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार पहली कवच प्रणाली मुंबई-हावड़ा रूट पर लगाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए जल्द ही टेंडरिंग प्रक्रिया होने वाली है। वर्तमान स्थिति में इस प्रणाली को वाया खंडवा करना है या नागपुर, तय नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद नागपुर से होने की है। ऐसे में जल्द ही नागपुर विभाग भी इस प्रणाली से लेस हो सकता है।

क्या होती है कवच प्रणाली :कवच प्रणाली में पटरियों पर हर एक किमी के बाद एक डिवाइस लगाया जाता है। ट्रेनों के इंजिन में भी इसी तरह का डिवाइज होता है। जब ट्रेन के सामने अचानक कोई आ जाता है, तो लोको पायलट की जरूरत के बगैर डिवाइस इस तरह से काम करता है कि, गाड़ी टकराने से पहले ही रूक जाती है।

टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू होने वाली है : अभी मध्य रेलवे में कहीं भी यह प्रणाली नहीं है, लेकिन मुंबई-हावड़ा रूट पर इसे स्थापित करने को लेकर विचार चल रहा है। अभी कौन से मार्ग से इसे स्थापित किया जाएगा यह तय नहीं है, लेकिन टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू होने वाली है। -डॉ. स्वप्निल डी. नीला, सीपीआरओ, मध्य रेलवे मुंबई

Created On :   22 Jun 2024 12:39 PM GMT

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