- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- गोलीकांड : पुलिस को चकमा दे रही है...
तलाश: गोलीकांड : पुलिस को चकमा दे रही है आरटीओ अधिकारी शेजवल, पुलिस यहां से वहां ढूंढ रही
- आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रही है अधिकारी
- पुलिस को लोकेशन नहीं मिल रहा
- पुलिस के पहुंचने के पहले ही हो जाती है गायब
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अपने ही विभाग के अधिकारी की गोली मारकर हत्या का प्रयास करने के मामले में फरार महिला आरटीओ अधिकारी अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगी है। उसकी तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम पश्चिम महाराष्ट्र की खाक छान चुकी है, लेकिन अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं लगी है।
मोबाइल बंद, नहीं मिल रही लोकेशन : आरोपी आरटीओ अधिकारी गीता शेजवल है। हाई कोर्ट द्वारा उसकी गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका खारिज करने के बाद फिर पुलिस उसे िगरफ्तार करने के लिए सक्रिय हो गई है। सरकारी अधिकारी होने के बाद भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रही गीता शेजवल को गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम पश्चित महाराष्ट्र के कई शहरों की खाक छान चुकी है, लेकिन उसका फोन बंद होने से पुलिस को उसकी लोकेशन पता नहीं चल पा रही है। उसे धरती निगल गई या आसमान निगल गया, पुलिस को उसके बारे में कुछ नहीं मालूम है। उसके संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी जा रही है, लेकिन वह पुलिस पहुंचने के पूर्व ही वहां से रफू-चक्कर हो रही है।
उल्लेखनीय है कि, गीता कभी विभाग के फ्लाइंग स्क्वॉड की मुखिया थी। बाद में गीता को हटाकर आरटीओ अधिकारी संकेत गायकवाड़ को यह जिम्मेदारी दी गई थी। आरोप है कि, फ्लाइंग स्क्वॉड की आड़ में भारी भ्रष्ट्राचार और वसूली हुई। उस रकम को लेकर हुए विवाद के दौरान गीता ने जान लेने के इरादे से संकेत गायकवाड़ पर गोली चलाई थी। जख्मी संकेत को भी मामले में सह आरोपी बनाया गया है। उसने पुलिस को गुमराह करने के इरादे से सबूत नष्ट िकए थे।
राजनीतिक संरक्षण के कारण हाथ नहीं लग रही : गीता के खिलाफ करीब आधा दर्जन अापराधिक मामले विविध शहरों में दर्ज हैं। आय से अधिक के मामले में एसीबी ने उसे बर्खास्त करने की मांग की थी, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते गीता कार्रवाई से बचती रही। ताजा मामले में भी राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण वह पुलिस के हाथ नहीं लग रही, ऐसा जानकारों का कहना है।
षड़यंत्र के तहत होता था गीता का इस्तेमाल :आरोपी गीता का विवादों से नाता रहा है। विभाग के कई अधिकारियों पर उसने गंभीर आरोप लगाए हैं। विभाग की शिकायत निवारणसमिति के पास ऐसी शिकायतें पड़ी हैं। घटित प्रकरणों को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि, विभाग का एक बड़ा अधिकारी षड़यंत्र के तहत गीता का इस्तेमाल करता था और अपने प्रतिस्पर्धी अधिकारी पर आरोप लगाता था। गोलीकांड प्रकरण से वह अधिकारी भी पुलिस की जांच के दायरे में आ गया है। उस अधिकारी के रेस्टाेरेंट में हुई मीटिंग के दौरान के फुटेज बरामद िकए गए हैं।
Created On :   10 Feb 2024 4:26 PM IST