डेंटल के फैदम 3.0 में शामिल हुए 440 प्रतिनिधि, अनुसंधार पर दिया जोर

डेंटल के फैदम 3.0 में शामिल हुए 440 प्रतिनिधि, अनुसंधार पर दिया जोर
  • अनुसंधान से ही खुलती है विकास की राह
  • दो दिवसीय अनुसंधान परिषद का आयोजन
  • 6 विविध दंत महाविद्यालयों व इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया

डिजिटल डेस्क , नागपुर। विद्यार्थियों ने अनुसंधान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अनुसंधान प्रकल्प के आधार पर ही भविष्य के विकास की राह खुलती है। इसलिए शिक्षा के साथ अनुसंधान पर जोर देना जरुरी होता है। ऐसा पद्मश्री डॉ. विकास महात्मे ने कहा। शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में ‘फैदम 3.0’ नामक दो दिवसीय अनुसंधान परिषद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. महात्मे ने किया। इस अवसर पर नीरी के पूर्व संचालक व विदर्भ भारती मंडल के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतिश वटे, एम्स के संचालक डॉ. प्रशांत जोशी प्रमुखता से उपस्थित थे। डॉ. वटे ने विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में सह्योग कर अनुसंधान की सीमा विस्तारित करने का आह्वान किया। उन्होंने अनुसंधान योजनाओं के लिए विभा की तरफ से मदद करने की घोषणा की। डॉ. जोशी ने नागपुर के एम्स में अनुसंधान परिषद लेने की इच्छा व्यक्त की।

35 शाेध प्रबंध व 55 वैज्ञानिक ई-पोस्टर की प्रस्तुति : अधिष्ठाता डॉ. अभय दातारकर ने अनुसंधान क्षेत्र में दंत महाविद्यालय के योगदान की जानकारी दी। डॉ. राकेश बहादुरे ने उत्सव-24 की जानकारी दी। डॉ. शुभांगी वटे ने फैदम 1.0 से 3.0 तक हुई गतिविधियों के बारे बताया। अनुसंधान परिषद में 440 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान 35 वैज्ञानिक शोध प्रबंध प्रस्तुत किये गए। इसके अलावा 55 वैज्ञानिक ई-पोस्टर व 22 टेबल टॉप प्रस्तुत किये गए। परिषद में 6 विविध दंत महाविद्यालयों व इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

वैज्ञानिक सत्र के लिए डॉ. रितेश कलसकर, डॉ. हर्षवर्धन आर्य ने विविध विषयों पर मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम की सफलता के लिए डॉ. वैभव कारेमोरे, डॉ. सचिन खत्री, डॉ. शुभा हेगडे, डॉ. वैशाली सार्वे, डॉ. दीपक खाडे, डॉ. पूजा रसाल, डॉ. मानसी जोशी, डॉ. मानसी वाडेकर, डॉ. राणू इंगोले, डॉ. कार्तिका आदि ने सह्योग किया। संचालन भावेश पुरोहित व राधिका ढोके ने किया।

Created On :   10 Aug 2024 2:50 PM GMT

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