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परेशानी: अब स्लीपर का कोटा 6 रेलगाड़ियों से होगा कम , थर्ड एसी बढ़ाने की जद्दोजहद
- एलएचबी कोच लगाने के बाद बढ़ा रहे थर्ड एसी के कोच
- यात्रियों की जेब पर बढ़ेगा बोझ
- प्रतिदिन अपडाउन करने वाले होंगे परेशान
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे के स्लीपर कोच यात्रियों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं, लेकिन रेलवे स्लीपर कोच को कम कर थर्ड एसी बढ़ाने की जद्दोजहद में है। आने वाले दिनों में मध्य रेलवे में 37 गाड़ियों में एलएचबी कोच लगाए जाने वाले हैं। इसमें नागपुर मंडल की 5 प्रमुख गाड़ियां हैं। इससे गाड़ियों की सुरक्षा बढ़ेगी, लेकिन यात्रियों की सुविधा कम होने वाली है, क्योंकि एलएचबी कोच लगने के बाद थर्ड एसी के कोच बढ़ाकर स्लीपर के कोच कम किए जाने वाले हैं। ऐसे में प्रति दिन अप डाउन करने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
डिमांड का हवाला : वर्तंमान में ट्रेनों में स्लीपर कोच ज्यादा होते हैं, लेकिन एलएचबी कोच लगाने के बाद स्लीपर के 6 से 8 कोच की जगह मात्र 3 या 4 कोच रखे जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो नागपुर मंडल की 11403/04 कोल्हापुर नागपुर कोल्हापुर एक्सप्रेस, 12139/40 मुम्बई नागपुर मुम्बई सेवाग्राम एक्सप्रेस, 12135/36 पुणे नागपुर पुणे त्रिसाप्ताहिक एक्सप्रेस जैसी गाड़ियों में एलएचबी कोच लगाने के बाद सामान्य यात्रियों के लिए थर्ड एसी के ज्यादा कोच लगाये जा रहे हैं, जो सामान्य यात्रियों के लिए महंगे साबित होते हैं। रेलवे इस बारे में डिमांड के अनुसार कोच कम करना या ज्यादा होने की प्रक्रिया बता रहा है।
दुरंतो में फेल हो गया प्रयोग : नागपुर से मुंबई चलने वाली दुरंतो एक्सप्रेस में कुछ महीने पहले यह प्रयोग फेल हुआ है। बावजूद इसके रेलवे दूसरी गाड़ियों में यह प्रयोग करते दिख रहा है। दुरंतो में स्लीपर के कोच कम कर थर्ड एसी के कोच बढ़ाए गए थे। इसके बाद स्लीपर में लंबी प्रतीक्षासूची व थर्ड एसी में खाली बर्थ जाने से रेलवे को लाखों की चपत लगी थी।
शिक्षण समिति के केरल दौरे पर प्रश्न चिह्न, उठाए जा रहे सवाल : जिला परिषद शिक्षण समिति का अभ्यास दौरा विवादों में आ गया है। जिला परिषद सदस्यों के अभ्यास दौरे में अन्य व्यक्ति सहभागी होने की बात सामने आने पर सीईओ सौम्या शर्मा ने शिक्षणाधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। जिन स्थलों को भेंट दी, वहां खींची गई तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल होने से जिप सदस्यों के अलावा अन्य लोग दौरे में सहभागी होने का खुलासा हुआ है।
वायरल तस्वीरों से खुलासा : जिला परिषद के शिक्षा क्षेत्र में नई संकल्पना लागू करने के उद्देश्य से समिति के सदस्यों को अन्य राज्यों का दौरा कराया जाता है। जिस राज्य में दौरा किया जाता है, वहां चलाए जा रहे उपक्रम, उसके सकारात्मक परिणाम, विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता का सूक्ष्म अभ्यास करना अपेक्षित है। सदस्यों के दौरे पर आनेवाला संपूर्ण खर्च जिला परिषद की तिजोरी से किया जाता है। जिला परिषद शिक्षण समिति ने केरल दौरा किया। उसमें जिला परिषद सदस्यों के अलावा अन्य लोग सहभागी होने का सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों से खुलासा हुआ है। तस्वीरों में उन लोगों का समावेश है, जो सदस्यों के परिवार या उनके निकटवर्ती है। जिला परिषद सदस्यों के दौरे पर खर्च करती है। दौरे में जिप सदस्यों के अलावा अन्य लोगों की सहभागिता पर पूछे गए सवाल के जवाब में सीईओ ने कहा कि शिक्षणाधिकारी से इसकी िरपोर्ट मांगी गई है। दौरे में सहभागी अन्य लोगों का खर्च कहां से किया गया, इसकी जांच की जाएगी। रिपोर्ट में सामने आनेवाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।
Created On :   14 Feb 2024 9:48 AM GMT