प्रकरण: 200 करोड़ रुपए की मांगी फिरौती, आर्थिक अपराध शाखा की जांच शुरू - मामला दर्ज

200 करोड़ रुपए की मांगी फिरौती, आर्थिक अपराध शाखा की जांच शुरू - मामला दर्ज
  • दो व्यवसायी भाइयों पर मामला दर्ज
  • दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने की कोशिश
  • नंदनवन व कडबी चौक में शुरू है निर्माणकार्य प्रकल्प

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर के दो व्यवसायी भाइयों द्वारा एक ग्रुप के संचालक से 200 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। व्यवसायी महेश चंद्रभान किंगरानी और राजेश चंद्रभान किंगरानी शिवाजीनगर, धरमपेठ निवासी के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज किया गया है। व्यवसायी भाइयों पर आरोप है कि उन्होंने गिरवी रखे गए दस्तावेजों का दुरुपयोग कर जेपी ग्रुप के संचालक से 200 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के साथ ही उन दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का प्रयास किया है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा पुलिस ने प्राथमिक स्तर पर जांच की। इसके बाद सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। बैरामजी टाउन निवासी जयप्रकाश गुरुदासमल खुशलानी (57) की शिकायत पर मामला दर्ज कराए जाने की जानकारी सामने आई है।

नंदनवन व कडबी चौक में शुरू है निर्माणकार्य प्रकल्प

पुलिस सूत्रों के अनुसार, खुशलानी जेपी हाउसिंग प्रा.लि. परदेसी कंस्ट्रक्शन कंपनी और जेपी समूह के संचालक हैं, खुशलानी द्वारा की गई शिकायत के अनुसार उनके नंदनवन और कड़बी चौक पर निर्माणकार्य प्रकल्प शुरू हैं। महेश और राजेश ने नंदनवन के प्रोजेक्ट के लिए वर्ष 2019 में 10.39 लाख रुपए निवेश किया था। इसके लिए खुशलानी ने नंदनवन और कड़बी चौक की संपत्ति गिरवी रखी, इसका एग्रीमेंट टू सेल भी बनाया गया। उन्होंने किंगरानी बंधुओं को 1.20 करोड़ रुपए लौटा दिए थे। खुशलानी को वर्ष 2020 में रकम की जरूरत पड़ी तो किंगरानी बंधुओं ने बोखारा स्थित जमीन की सेलडीड की, लेकिन असल में संपत्ति गिरवी रखी गई थी।

यह हुआ था करार

खुशलानी का राजेश के साथ वर्ष 2022 में करार हुआ था। इस दौरान राजेश 25 करोड़ रुपए निवेश कर प्रोजेक्ट का 50 प्रतिशत खर्च उठाने की तैयारी दिखाई। प्रकल्प में फायदे में भी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। किंगरानी बंधुओं के पास ही सारे दस्तावेज पड़े थे। उस दौरान उन्हें 16.65 करोड़ रुपए ही दिए गए। नंदनवन के प्रकल्प में करीब 19.68 करोड़ रुपए दिए गए, जिसमें 6.15 करोड़ रुपए उन्हें खुशलानी ने लौटा दिया था, जबकि रकम नंदनवन प्रकल्प के लिए दी गई थी, लेकिन किंगरानी बंधुओं ने बोखारा और कड़बी चौक की गिरवी रखी गई संपत्ति का लेन-देन बताया, उनके खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया गया, सारा मामला निपटाने के लिए उनसे 200 करोड़ रुपये की मांग की गई।

यह भी हैं आरोप

खुशलानी ने पुलिस से शिकायत की। प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी और फिरौती मांगने का मामला दर्ज किया है। किंगरानी बंधुओं ने कड़बी चौक और नंदनवन प्रकल्प का अपने हिसाब से नया करारनामा बनाया। आरोप है कि उस पर खुशलानी से जबरन हस्ताक्षर करवा लिए गए। खुशलानी के पास कोई और विकल्प नहीं था, क्योंकि उसे पैसे की जरूरत थी। करार के समय उन्हें ओरिजनल दस्तावेज नहीं दिए गए।

Created On :   31 March 2024 8:52 PM IST

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