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स्वास्थ्य पर ध्यान: चिकित्सा सेवा सस्ती व सुलभ हो
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि काेविड महामारी के दौरान हमने एक मजबूत स्वास्थ्य यंत्रणा का अनुभव लिया है। डॉक्टर्स, नर्सेस और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मेहनत के चलते एक विशाल जनसंख्या वाले देश में काफी तेजी से टीकाकरण हो सका है। किसी भी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए यह जरूरी है कि चिकित्सा सेवा सस्ती व सुलभ हो। राष्ट्रपति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) के अमृत महोत्सव समारोह में बोल रही थीं।
राष्ट्रपति ने कहा कि डॉक्टरों की संख्या में कमी यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज में प्रमुख बाधा है। कुछ सालों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में वृद्धि हुई है। एमबीबीएस व पीजी की सीटों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इससे भविष्य में चिकित्सा क्षेत्र उज्ज्वल होगा। चिकित्सा सुविधाओं में असमानता भी एक समस्या है। इसे दूर करने के लिए केंद्र सरकार जिला अस्पतालों से संबंधित मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सहायता दे रही है। इससे चिकित्सा शिक्षा के अवसरों में क्षेत्रीय असंतुलन और शहरी-ग्रामीण विभाजन को कम करने में मदद मिलेगी।
देश में दुनिया की सबसे बड़ी बीमा योजना : स्वास्थ्य सेवा आम लोगों की पहुंच में होनी चाहिए। गरीब लोग धन के अभाव में चिकित्सा सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते, इसलिए सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी बीमा योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की है। आयुष्मान भारत हेल्थ डिजिटाइजेशन योजना सराहनीय है। स्वास्थ्य से संबंधित व्यक्तिगत रिकॉर्ड मरीजों के लिए लाभदायी होंगे। तकनीक के जरिए जनस्वास्थ्य सेवाओं को सुगम और बेहतर बनाया जा सकता है। तकनीकी प्रयोग, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों से स्वास्थ्य क्षेत्र को नई दिशाएं मिलेंगी, इसलिए मेडिकल के विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करने की आवश्यकता है। नागपुर के मेडिकल कॉलेज को इस दिशा में प्रमुख भूमिका निभाकर अन्य मेडिकल संस्थानों के लिए रोल मॉडल बनना चाहिए।
मन लगाकर ज्ञानार्जन व धैर्य के साथ सेवा करें : राष्ट्रपति ने मेडिकल कॉलेज के बारे में कहा कि यह कॉलेज स्वतंत्रता के बाद से विकास यात्रा कर रहा है। जब स्वतंत्रता को 100 साल पूरे होंगे तब मेडिकल कॉलेज भी अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा। 2047 में भारत को विकसित व शक्तिशाली राष्ट्र बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मेडिकल ने भी अपनी रूपरेखा तैयार की होगी। मेडिकल के अमृत महोत्सव उद्घाटन कार्यक्रम में आकर खुशी व्यक्त करते हुए इस कॉलेज की स्थापना में योगदान देने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल ए. एन. बोस, डाॅ. जीवराज मेहता, कर्नल के. वी. कुकडे का स्मरण किया, साथ ही सभी पूर्व व वर्तमान शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों के कार्य की सराहना की। उन्होंने डॉ. प्रकाश आमटे के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि समाजसेवा में उनकी उपलब्धियों के कारण अनेक सम्मान प्राप्त हुए हैं। मेडिकल कॉलेज के ध्येय वाक्य ‘ज्ञान, धैर्य, सेवा' को लेकर उपस्थित जनों से कहा कि मन लगाकर ज्ञान अर्जित करना और लोगों की धैर्य के साथ सेवा करनी है।
Created On :   2 Dec 2023 2:19 PM IST