सराहनीय पहल: शिक्षा से वंचित बच्चों की फुटपाथ टीचिंग, शिक्षा की धारा से जोड़ने का कर रहे प्रयास

शिक्षा से वंचित बच्चों की  फुटपाथ टीचिंग, शिक्षा की धारा से जोड़ने का कर रहे प्रयास
  • नागपुर शहर में विभिन्न जगहों पर 10 सेंटर
  • 438 बच्चे अर्जित कर रहे हैं शिक्षा
  • माह में एक बार करवाई जाती है स्वास्थ्य जांच

डिजिटल डेस्क, बेसा(नागपुर)। जिन बच्चों का शिक्षा से कोई सरोकार नहीं हैं। गरीबी और आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण उनके पास भीख मांगने के अलावा वे कुछ नहीं कर सकते। ऐसे बच्चों को संगठित कर शिक्षा के लिए प्रेरित करना अपने आप में बहुत बड़ी मिसाल है। ऐसा अभियान चलाने वाले ओर कोई नहीं, बल्कि उपराजधानी के प्रवीण कुथे हैं, जो पेशे से सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं। उनका एनजीओ ‘यूथ फॉर सेवा' नाम से कार्यरत है। पिछले तीन साल से वे शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निःस्वार्थ भाव से ‘फुटपाथ टीचिंग सेंटर' चला रहे हैं। शनिवार और रविवार के दिन वे झुग्गी-झोपड़पट्टी और फुटपाथ पर जैसे-तैसे जीवन यापन कर रहे बच्चों को संगठित कर फुटपाथ पर पहली, दूसरी और तीसरे स्तर पर शिक्षा दिला रहे हैं। वे पिछले तीन साल से चलाया जा रहे हैं। इस अभियान अब तक 438 विद्यार्थी जुड़ चुके हैं।

70 वालेंटियर कार्यरत : यूथ फॉर सेवा से शहर के 70 युवा जुड़े हैं। इसमें से 25 वालेंटियर कार्यरत हैं। वे हर शनिवार और रविवार को नि:शुल्क निःस्वार्थ भाव से गरीब बच्चों को पढ़ा रहे हैं। एनजीओ से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहले फुटपाथ पर रहने वाले और गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का कार्य किया, तो उनके माता-पिता इन वालेंटियर को मारने के लिए दौड़ते थे, क्योंकि वे अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित रखकर उन्हें सिग्नलों पर भीख मांगने के लिए कहते थे। उनसे उन्हें 5-6 सौ रुपए मिल जाते थे। इससे उनके घर में चूल्हा जलता था और दो वक्त की रोटी इन बच्चों को नसीब होती थी, लेकिन एनजीओ का उद्देश्य है कि, इन बच्चों को अच्छा शिक्षित कर वे अच्छी नौकरी कर इज्जत की रोटी कमा सकें। इस सोच के साथ एनजीओ ने ‘फुटपाथ टीचिंग सेंटर’ खोला और अब एक से दो और दो से अब 438 विद्यार्थी जुड़ चुके हैं। इस अभियान में कार्तिक दयालकर, संकेत बागड़े, रागिनी सातपुते, लवीना वाघवानी आदि वालेंटियर इन बच्चों को शिक्षित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

यहां किया जा रहा शिक्षित : इस एनजीओ के शहर के विभिन्न क्षेत्र में 10 सेंटर हैं। बेसा के पास के ओंकार नगर, ईंट भट्ठी, कलमना, शामबाग, यशवंत स्टेडियम, भामटी, गंगानगर(वाड़ी), वाड़ी लास्ट बस स्टॉप, गिट्टीखदान, जयताला आदि क्षेत्र के फुटपाथ पर शनिवार और रविवार के दिन किसी क्षेत्र में सुबह 9 से 10 और किसी क्षेत्र में शाम 5 से 6 बजे भटकने वाले गरीब बच्चों को शिक्षित करने का कार्य कर रहे हैं।

निःस्वार्थ भाव से दे रहे शिक्षा : इस सेंटर से जुड़कर पिछले तीन साल से कॉलेज गोइंग युवा, गृहिणी, नौकरी पेशा और सेवानिवृत्त लोग इन गरीब बच्चों को शिक्षा दिला रहे हैं। स्वखर्च और दानदाताओं की मदद से इन बच्चों के लिए शिक्षा सामग्री मुहैया करायी जाती है, जबकि इन बच्चों के परिवारवालों की माह में एक बार स्वास्थ जांच करवाई जाती है। ज्यादा से ज्यादा गरीब बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प है। -प्रवीण कुथे, संचालक, यूथ फॉर सेवा एनजीओ

Created On :   23 April 2024 3:25 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story