निशाना: प्रकाश आंबेडकर का आरोप - महाआघाड़ी को मुस्लिम वोट चाहिए, उम्मीदवार नहीं

प्रकाश आंबेडकर का आरोप - महाआघाड़ी को मुस्लिम वोट चाहिए, उम्मीदवार नहीं
  • अभी भी खत्म नहीं हुई है आघाडी के नेताओं में भेदभाव की मानसिकता
  • महाविकास आघाडी और वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के बीच गठबंधन नहीं हु

डिजिटल डेस्क, मुंबई. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए महाविकास आघाडी और वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के बीच गठबंधन नहीं हुआ। अब महाआघाडी और वीबीए के नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। वीबीए अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने महाआघाडी के दलों पर आरोप लगाया है कि उन्हें मुस्लिम वोट तो चाहिए, लेकिन मुस्लिम उम्मीदवार नहीं। आंबेडकर ने कहा कि आघाडी के नेताओं में भेदभाव की मानसिकता अभी भी खत्म नहीं हुई है। प्रकाश आंबेडकर ने अकोला में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती के मौके पर कहा कि बाबासाहेब ने भेदभाव खत्म करने के लिए जिस संविधान की रचना की थी, आज उसी का अनुसरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भेदभाव खत्म कर सभी को एक समान मानना चाहिए, लेकिन आज भी कुछ लोगों के दिमाग से भेदभाव की भावना खत्म नहीं हुई है। महाआघाडी ने अभी तक इस लोकसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। ऐसे में उनकी मुस्लिम विरोधी मानसिकता साफ तौर पर झलकती है। आंबेडकर ने कहा कि महाआघाडी ने भी भाजपा की तरह मुस्लिमों का विरोध करना शुरू कर दिया है। ऐसे में दोनों ही दलों में कोई फर्क नहीं रह गया है। दोनों ही गठबंधन मुस्लिमों को चुनाव में प्रतिनिधित्व नहीं दे रहे हैं। आंबेडकर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सीएए और एनआरसी का कोई मुद्दा नहीं रखा है। ऐसे में मुस्लिमों और आदिवासियों एवं दलितों पर जो अत्याचार किया जा रहा है, इसके बारे में कांग्रेस की नकली और झूठी भूमिका साफ तौर पर जाहिर होती है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे का कहना है कि आंबेडकर को मुस्लिमों के वोटों की चिंता सता रही है। इस चुनाव में उन्हें किसी भी दल का साथ नहीं मिला है, इसलिए वह इस तरह का बयान दे रहे हैं।

उद्धव गुट के उम्मीदवार विनायक राऊत की हार अटल: आशीष शेलार

महायुति में अभी भी कई सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है। युति के तीनों ही दलों भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित) में कुछ सीटों पर बंटवारा नहीं हो सका है। इस बीच रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग की सीट पर भी अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है, लेकिन केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नारायण राणे ने इस सीट से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। युति के नेताओं का कहना है कि रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग की सीट को लेकर अगले दो-तीन दिनों में कोई फैसला हो सकता है। रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने चुनाव प्रचार की कमान खुद अपने हाथ में ले ली है। रविवार को मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार भी सिंधुदुर्ग पहुंचे और उन्होंने महाआघाड़ी पर जमकर निशाना साधा। शेलार ने कहा कि इस बार के चुनाव में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से उद्धव गुट के उम्मीदवार विनायक राऊत की हार अटल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विकसित भारत का सपना देख रहा है।

Created On :   15 April 2024 7:52 PM IST

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