राजनीतिक घमासान: नवाब मलिक को महायुति में लेने पर तकरार

नवाब मलिक को महायुति में लेने पर तकरार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जेल से जमानत पर बाहर आए राकांपा सदस्य नवाब मलिक गुरुवार को अजित पवार गुट के साथ दिखे। वे विधानसभा में सत्तापक्ष के राकांपा सदस्य के साथ बैठे। इसे लेकर विपक्ष ने महायुति पर सवाल खड़े किए, वहीं सत्तापक्ष में भी इसे लेकर तकरार नजर आ रही है। उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक को महायुति में शामिल करने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि सत्ता आती-जाती है। सत्ता की बजाए देश महत्वपूर्ण है। इसे लेकर फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री व राकांपा नेता अजित पवार को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है।

सिर्फ मेडिकल आधार पर जमानत पर हैं : फडणवीस ने पत्र में लिखा कि नवाब मलिक पर जिस पद्धति के आरोप हैं, उसे देखते हुए उन्हें महायुति में शामिल करना ठीक नहीं है। सत्ता आती जाती है, लेकिन सत्ता की अपेक्षा देश महत्वपूर्ण है। फिलहाल वे सिर्फ मेडिकल आधार पर जमानत पर हैं। उन पर आरोप साबित नहीं होने पर आप जरूर उनका स्वागत करें। इस तरह के आरोप होने पर उन्हें महायुति का हिस्सा बनाना योग्य नहीं है। यह हमारा स्पष्ट मत है। आपकी पार्टी में किसे लेना है या नहीं लेना है, यह आपका अधिकार है। इसका विचार प्रत्येक घटक पक्ष को करना होगा, जिस कारण हमारा इस बात को विरोध है। उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार िकया गया है। उन्हें मंत्री पद पर कायम रखने वाले तत्कालीन मुख्यमंत्री व महाविकास आघाड़ी सरकार के विचारों से हम सहमति नहीं दिखा सकते। आप हमारी भावनाओं को संज्ञान लेंगे, यह अपेक्षा है।

महायुति में आ सकती है खटास : गृहमंत्री फडणवीस के इस लेटर बॉम्ब से फिलहाल महायुति में खलबली है। आने वाले दिनों में यह महायुति में खटास का कारण बनने की आशंका जताई जा रही है।

मलिक हमारे पुराने सहयोगी : तटकरे नवाब मलिक को लेकर महायुति में उठे बवाल के बाद राकांपा (अजित पवार) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने ट्वीट के माध्यम से स्पष्टीकरण देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि नवाब मलिक हमारे पुराने और ज्येष्ठ सहयोगी हैं। पार्टी में हुए घटनाक्रम से उनका कोई संबंध नहीं है। वे वैद्यकीय आधार पर जमानत पर बाहर आने के बाद पुराने सहयोगी के रूप में हालचाल पूछने के लिए हमारी मुलाकात हुई। उनसे कोई भी राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। आज विधानसभा में आने के बाद पुराने सहयोगियों का उनसे संवाद और मुलाकात होना स्वाभाविक है।

Created On :   8 Dec 2023 10:46 AM IST

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