आशा: केंद्रीय बजट में घोषणा से बढ़ीं उम्मीदें , नाग नदी प्रकल्प को मिले 500 करोड़

केंद्रीय बजट में घोषणा से बढ़ीं उम्मीदें , नाग नदी प्रकल्प को मिले 500 करोड़
  • नाग नदी में बाेटिंग व सौंदर्यीकरण का सपना
  • हर साल सब्जबाग दिखाए जा रहे थे
  • इस बार साकार होने की उम्मीद

डिजिटल डेस्क, नागपुर । नाग नदी में बाेटिंग व सौंदर्यीकरण का सपना 16 वर्ष पूर्व 2007 में देखा गया था, जो अब तक पूरा नहीं हो सका, लेकिन इस सपने को साकार करने के लिए हर साल सब्जबाग दिखाए जा रहे हैं। मंगलवार को केंद्रीय बजट में नागनदी पुनरूज्जीवन के लिए सरकार ने 500 करोड़ रुपए की घोषणा की है। पिछले अनेक सालों से बजट में नाग नदी प्रकल्प को प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन यह काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। एक बार फिर बजट में नागनदी प्रकल्प को 500 करोड़ रुपए की निधि देकर उम्मीदों को बरकरार रखा गया है।

फ्रांस से मदद : नाग नदी प्रदूषण संवर्धन प्रकल्प के दूसरे चरण में नाग नदी पुनर्जीवन प्रकल्प को पूरा किया जाएगा, जिसके तहत नाग नदी के दोनों छाेर पर 15 मीटर के क्षेत्र से अतिक्रमणकारियों को हटाकर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में विस्थापित करने की योजना है। साथ ही नाग नदी के किनारे साइकिल ट्रैक, रोज़ गार्डन, सिट आउट स्पेस, लैंडस्केप आदि विकसित करना है। इसके अलावा मोक्षधाम से केडीके कॉलेज तक नाग नदी में बोटिंग के सपने को साकार किया जाएगा। इसके लिए फ्रांस सरकार द्वारा आर्थिक मदद मिलेगी। प्रथम चरण का काम पूरा होने में तकरीबन 8 वर्ष लगेंगे, जिसके बाद ही दूसरे चरण का काम शुरू किया जा सकेगा।

दो चरणों में पूरा होगा प्रकल्प जानकारी के मुताबिक, जापान व फ्रांस की मदद से दो चरणों में इस प्रकल्प को पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में नाग नदी प्रदूषण संवर्धन प्रकल्प के तहत नाग नदी को प्रदूषण मुक्त कर 102 एमएलडी पानी को नहाने योग्य बनाने की योजना है। कुल 1927 करोड़ के इस प्रकल्प को पूरा करने के लिए जापान नाग नदी प्रकल्प से 1860 करोड़ रुपए का कर्ज प्राप्त हुआ है। इस प्रकल्प को पूरा करने के लिए 60 फीसदी खर्च का भार केंद्र सरकार द्वारा 25 फीसदी राज्य सरकार द्वारा तथा 15 फीसदी मनपा द्वारा उठाया जाएगा।

Created On :   24 July 2024 11:43 AM GMT

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