सम्मान: नागपुर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. चंद्रशेखर मेश्राम को पद्मश्री अवार्ड, डब्ल्यूएफएन के विश्वस्त भी हैं

नागपुर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. चंद्रशेखर मेश्राम को पद्मश्री अवार्ड,  डब्ल्यूएफएन के विश्वस्त भी हैं
  • महाराष्ट्र सरकार ने उनके नाम की सिफारिश की थी
  • नागपुर शहर स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एंबेसेडर भी
  • नागपुर के लिए कलेक्टिव अवार्ड

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. चंद्रशेखर मेश्राम को पद्मश्री अवार्डरोलॉजिस्ट डॉ. चंद्रशेखर मेश्राम को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पद्मश्री अवार्ड देने की घोषणा की। विदर्भ खासकर नागपुर में खुशी की लहर दौड़ी। परिवार और रिश्तेदारों में भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खुशी को दैनिक भास्कर से साझा करते हुए डॉ. मेश्राम ने कहा कि विदर्भ और नागपुर के लिए यह सम्मान की बात है। नागपुर के लिए कलेक्टिव अवार्ड है। महाराष्ट्र सरकार ने उनके नाम की सिफारिश की थी। दोपहर में उन्हें इसकी सूचना मिली थी, लेकिन नाम की घोषणा रात में की गई। उन्होंने कहा कि 65 साल में पहली बार नागपुर का कोई व्यक्ति वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी (डब्ल्यूएफएन) के ट्रस्टी के रूप में नामित किया गया है। जब 124 देशों के बीच में नागपुर की चर्चा होती है तो गर्व होता है। इन देशों में नागपुर इसलिए जाना जाता है कि यहां बेहतर तरीके से जनजागरण होता है।

न्यूरोलॉजी क्षेत्र में बड़ा नाम : बता दें कि प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. चन्द्रशेखर मेश्राम को वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी (डब्ल्यूएफएन) के ट्रस्टी के रूप में नामित किया गया है। वे सलाहकार मेंदू रोग विशेषज्ञ और ब्रेन सेंटर नागपुर के संचालक हैं। वे एमडी मेडिसीन, डीएम न्यूरोलॉजी, पोस्ट ग्रेज्युएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एन्ड रिसर्च चंडीगढ़ हैं। डब्ल्यूएफएन में विश्व के तीन ही विश्वस्त हैं, जिसमें डॉ. मेश्राम नागपुर से हैं। इसके अलावा वे मनपा के नागपुर शहर स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर दीक्षाभूमि स्मारक समिति के सदस्य, बाबा आमटे के महारोगी सेवा समिति के विश्वस्त, विदर्भ साहित्य संग के सदस्य हैं। अनेक संस्थाओं से वे जुड़े हैं। न्यूरोलॉजी क्षेत्र में उनका बड़ा नाम और कार्य है।

डॉ. रवि चव्हाण मेयो के अधिष्ठाता : इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) को नये अधिष्ठाता मिले हैं। अतिरिक्त अधिष्ठाता के रूप में पद का कार्यभार डॉ. रवि चव्हाण को को सौंपा गया है। चिकित्सा क्षेत्र में उनके अनुभव को देखते हुए यह पद सौंपा गया है। सितंबर में पूर्व अधिष्ठाता डॉ. संजय बिजवे की प्रादेशिक कार्यालय संभाजीनगर के सहसंचालक पद पर नियुक्ति हुई थी। तब से मेयो का अधिष्ठाता पद रिक्त था। अतिरिक्त कार्यभार डॉ. राधा मुंज को सौंपा गया था। इस बीच प्रशासकीय व अस्पताल के कामकाज प्रभावित हो चुके थे। इसकी शिकायत मिलने के बाद अंतत: चिकित्सा शिक्षा व औषधि द्रव्य विभाग ने इसकी दखल ली। गुरुवार को नेत्र चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. रवि चव्हाण को अधिष्ठाता पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपने का पत्र मेयो प्रशासन को प्राप्त हुआ। अधिष्ठाता मिलने से कामकाज की गति तेज होगी, ऐसी उम्मीद जागी है।

Created On :   27 Jan 2024 5:42 AM GMT

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