भविष्य सुरक्षित: अब छात्रों को वाणिज्य प्रबंधन में कौशल शिक्षा, नागपुर विद्यापीठ का आईसीएआई के साथ हुआ एमओयू

  • पांच साल में पाठ्यक्रम होगा संशोधित
  • छात्रों को वाणिज्य प्रबंधन में कौशल शिक्षा
  • आईसीएआई के साथ हुआ एमओयू साइन

डिजिटल डेस्क, नागपुर. विभिन्न प्रतिष्ठानों और उद्योगों में गुणात्मक कुशल मानव संसाधन की आवश्यकता को देखते हुए राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ और द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के साथ एक करार (एमओयू) किया गया है। एमओयू के चलते अब छात्रों को वाणिज्य और प्रबंधन विषयों में कौशल की शिक्षा मिलेगी। कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी और आईसीएआई बोर्ड ऑफ स्टडीज के अध्यक्ष विशाल दोशी ने एमओयू हस्तांतरित किया। विद्यापीठ के सभाकक्ष में हुई बैठक में डॉ. चौधरी ने आईसीएआई के साथ हुए एमओयू का स्वागत किया। डॉ. चौधरी ने कहा कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए छात्रों को कौशल पाठ्यक्रम प्राप्त करने की आवश्यकता है। इसलिए विद्यापीठ विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की मदद से छात्रों को विभिन्न कौशल प्रदान करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ ने आईआईटी, टीसीएस, होरिबा के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। अब इस एमओयू से वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के छात्रों को भी कौशल की शिक्षा देना संभव होगा।

ये थे उपस्थित : कार्यक्रम में वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता डाॅ. संजय कविश्वर, इनोवेशन, रिसर्च बोर्ड के निदेशक डॉ. राजेश सिंह, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के अधिष्ठाता प्रशांत माहेश्वरी, मानविकी विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. शामराव कोरेटी, डॉ. प्रशांत कडू, संजय अग्रवाल, डॉ. एन. एन. सेनगुप्ता, अक्षय गुल्हाने, दिनेश राठी उपस्थित थे।

पांच साल में पाठ्यक्रम होगा संशोधित

विशाल दोशी कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करते समय विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से चर्चा का अवसर मिला। इससे पता चलता है कि भारत दुनिया में एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। वाणिज्य प्रबंधन विभाग के छात्रों को कौशल में बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई पाठ्यक्रम डिजाइन किए गए हैं। पारंपरिक पाठ्यक्रम आमतौर पर दस वर्षों के बाद बदल जाता है। जैसे-जैसे तकनीक तेजी से बदल रही है, आईसीएआई हर पांच साल में पाठ्यक्रम को संशोधित करेगा। वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के छात्रों को प्रयोगशाला में प्रत्यक्ष अनुभव नहीं मिल पाता है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, इस पाठ्यक्रम के छात्रों को डिजिटल लैब में व्यावहारिक अनुभव मिले, शिक्षक उत्कृष्ट कौशल का पाठ पढ़ाएं इसे ध्यान में लेते हुए पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।

Created On :   5 Dec 2023 4:49 PM IST

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