बोर्ड परीक्षा: नो टेंशन, काउंसलर हैं न, मोबाइल के जरिए की जा रही विद्यार्थियों की काउंसलिंग

नो टेंशन, काउंसलर हैं न, मोबाइल के जरिए की जा रही विद्यार्थियों की काउंसलिंग
  • शुरू होने वाली है 10वीं, 12वीं की परीक्षा
  • नागपुर में दो स्कूलों को मिली जिम्मेदारी
  • 10वीं के लिए 22 फरवरी से शुरू होंगे काउंसलिंग सेंटर

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महाराष्ट्र राज्य व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा जल्द शुरू होने वाली है। ऐसे में सभी विद्यार्थी अपना पूरा ध्यान पढ़ाई में लगाए हुए हैं, लेकिन उनके मन में परीक्षा में फेल होने या कहीं कर्म मार्क्स आने का डर रहता ही है। इस टेंशन में कई बार बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं, इसलिए हर बार की तरह इस साल भी बच्चों के लिए काउंसलिंग सेंटर और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इस काउंसलिंग सेंटर और हेल्पलाइन नंबर के जरिये दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थी परीक्षा में आने वाली परेशानियों और उन्हें हो रही टेंशन का समाधान पा सकें। बच्चों को काउंसलिंग मोबाइल कम्युनिकेशन के जरिये दी जा रही है। नागपुर में दो स्कूलों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।

10वीं के लिए 22 फरवरी से शुरू होंगे काउंसलिंग सेंटर

बता दें कि कक्षा बारहवीं की लिखित परीक्षा 21 फरवरी से है, इसलिए उनके लिए काउंसलिंग सेंटर 14 फरवरी से शुरू किए गए थे, जबकि 10वीं की लिखित परीक्षा 1 मार्च से है, इसलिए दसवीं के विद्यार्थियों के कॉउंसलिंग सेंटर 22 फरवरी से शुरू किए जाएंगे। विभागीय सचिव चिंतामन वंजारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग सेंटर या हेल्पलाइन नंबर की सुविधा सुबह 8 से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है।

बच्चों में परीक्षा का स्ट्रेस

शारदा महिला विद्यालय के शिक्षक विशाल गोस्वामी बताते है कि परीक्षा के दौरान बच्चों को कॉउंसलिंग की आवश्यकता होती है। वह परीक्षा को लेकर स्ट्रेस में होते हैं। उन्हें परीक्षा में पास होने का अच्छे अंक लाने की चिंता होती है, जिस वजह से कई बार अच्छी तरह से पढ़ाई करने वाले बच्चे भी परीक्षा के दौरान भटक जाते हैं, इसलिए इन बच्चों को परीक्षा के भय से निकालना बहुत जरूरी होता है। वह आगे कहते हैं कि बच्चों को परीक्षा के दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि कई बार चिंता की वजह से स्वाथ्य खराब हो जाता है, जिसके कारण वह परीक्षा में भी नहीं बैठ पाता।

प्रॉपर प्लानिंग की सलाह

बालाजी हाई स्कूल की शिक्षिका प्रतिमा मोरे बताती हैं कि काउंसलिंग के लिए बच्चों के जब फोन आते हैं, तब सबसे ज्यादा कॉमन सवाल गणित विषय से संबंधित होता है। बच्चों में गणित सब्जेक्ट को लेकर भय है। हालांकि आसान तरीके से समझाने पर बच्चे समझ जाते हैं। बच्चे हमें कभी भी कॉल कर सकते हैं। हम उनके लिए उपलब्ध हैं। बच्चों को पढ़ने के और याद रखने के टेक्निक्स के बारे में हम बताते हैं। पढ़ते समय नींद आने पर मैं बच्चों को उनके इंट्रेस्टिंग सब्जेक्ट पढ़ने की सलाह देती हूं। हम कॉउंसलिंग के दरम्यान बच्चों को पढ़ाई के लिए एक प्रॉपर प्लानिंग करने की सलाह देते हैं।

काउंसलिंग सेंटर व संबंधित अधिकारी

नागपुर : विशाल गोस्वामी, शारदा महिला विद्यालय, ओम नगर मो.न. 8275039252 और प्रतिमा मोरे बालाजी हाईस्कूल, हिंगना रोड मो.न. 90280666633

वर्धा : पी. के. शेकार, यशवंत विद्यालय सेलू- मो.न. 9766917338 और वी. दा. पाटील, इंदिरा हाई स्कूल सायलीकला, तहसील सेलू- मो.न. 9823438205

भंडारा : गायत्री भुसारी, समर्थ विद्यालय, लाखनी, जि. भंडारा मो.न. 9011062355 और नरेंद्र चौधरी, जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था भंडारा मो.न. 9405517541

गोंदिया- मिलिंद रंगारी, जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था गोंदिया मो.न. 9404860735 और एल. एच. लांजेवार, श्री गुरुदेव विद्या मंदिर, तहसील देवरी मो.न. 7507099136

चंद्रपुर : सतीश पाटील, मातोश्री विद्यालय तुकुम 9421914353 और आर. एन. रहाटे मातोश्री विद्यालय तुकुम 7588890187

गडचिरोली : डी एम जवंजाल, रेणुकाबाई उइके हाई स्कूल, देसाईगंज 9421817089 और नुतील कंठावार, लक्ष्मी कन्या हाई स्कूल कुरखेडा 9421732356

Created On :   19 Feb 2024 5:11 PM IST

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