New Delhi News: महाराष्ट्र चुनाव : मतदाताओं के नाम मनमाने ढंग से न हटाए गए और न जोड़े गए

महाराष्ट्र चुनाव : मतदाताओं के नाम मनमाने ढंग से न हटाए गए और न जोड़े गए
  • कांग्रेस की आपत्ति पर केन्द्रीय चुनाव आयोग ने दिया जवाब
  • उठाए गए तमाम आरोपों का जवाब

New Delhi News : चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तरफ से उठाए गए तमाम आरोपों का जवाब दिया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों में मनमाने ढंग से मतदाताओं के नाम न तो जोड़े गए और न ही हटाए गए। कहा कि महाराष्ट्र की हर विधानसभा सीट के लिए मतदाताओं से संबंधित पार्टी की ओर से मांगे गए डेटा और फॉर्म-20 महाराष्ट्र चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिसे डाउनलोड किया जा सकता है। आयोग ने अपने जवाब में कहा कि शाम 5 बजे के मतदान के आंकड़ों की तुलना अंतिम मतदान के आंकड़ों से करना सही नहीं होगा। शाम 5 बजे से रात 11.45 बजे तक मतदान में बढ़ोत्तरी सामान्य है, जो मतदाता मतदान के एकत्रीकरण की प्रक्रिया का हिस्सा है। आयोग ने कहा कि वास्तविक मतदाता टर्नआउट को बदलना असंभव है, क्योंकि मतदान केन्द्र पर मतदान बंद होने के समय उम्मीदवारों के अधिकृत एजेंटों के पास वोटर टर्नआउट का विवरण देने वाला वैधानिक फॉर्म 17सी उपलब्ध होता है। फॉर्म 17सी किसी भी मतदान केन्द्र पर डाले गए कुल मतों का अपरिवर्तनीय और एकमात्र स्त्रोत है और मतदान केन्द्र बंद होने से पहले उम्मीदवारों को उपलब्ध करा दिया जाता है।

आयोग ने कहा कि जुलाई से नवंबर के बीच 50 विधानसभा क्षेत्रों में औसतन 50,000 मतदाताओं को जोड़ने की कांग्रेस की शिकायत गलत और भ्रामक है। सच्चाई यह है कि सिर्फ 6 विधानसभा क्षेत्रों में 50,000 से अधिक मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। कांग्रेस ने चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि मतदाता सूची से मनमाने तरीके से मतदाताओं के नाम हटाए गए। चुनाव आयोग ने कहा कि जो नाम काटे गए हैं, उसके लिए पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है। नोटिस जारी करने के साथ ही फील्ड सर्वे कर ये सुनिश्चित किया गया कि या तो उन मामलों में मतदाता की मृत्यु हो गई है या फिर उनका पता बदल गया है या फिर वह उसे पते पर अब नहीं रह रहे हैं। इसके बाद ही उन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए।

Created On :   24 Dec 2024 9:10 PM IST

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