उपलब्धि: चंद्रपुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की आशा बावणे को राष्ट्रीय नाइटिंगेल पुरस्कार

चंद्रपुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की आशा बावणे को राष्ट्रीय नाइटिंगेल पुरस्कार
  • उत्कृष्ट नर्सिंग कर्मियों द्वारा प्रदान की गई सराहनीय सेवा
  • राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की परिचारिका आशा बावणे को वर्ष 2024 के राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया। प्रदेश से आशा बावणे एकमात्र परिचारिका है जिन्हें यह पुरस्कार मिला है।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति ने देश भर से 15 नर्सिंग पेशेवरों को वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्‌डा, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनप्रिया पटेल और स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा मौजूद थे। प्रदेश से पुरस्कार पाने वाली बावणे पिछले 28 साल से स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी है और उन्होंने आदिवासी दुर्गम क्षेत्र में डाइरिया के प्रकोप पर नियंत्रण, हज यात्रा में स्वास्थ्य सेवा मुहैया करने के अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में अब तक दिए गए उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया। पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार की स्थापना स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्कृष्ट नर्सिंग कर्मियों द्वारा प्रदान की गई सराहनीय सेवाओं को मान्य देने और सम्मानित करने के लिए की थी। वर्ष 1973 से वर्ष 2023 तक कुल 614 परिचारिकाओं को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

Created On :   11 Sept 2024 1:26 PM GMT

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