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Nagpur News: वर्ष 2024 को स्टेशनों के विकास के नाम पर रखा आरक्षित, इस पेंच में फंसे रहे यात्री
- इस साल परेशानियों के बीच मुंबई की ओर जानेवाली गाड़ियों के कोच में वृद्धि
- नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत का शुरू होना यात्रियों के लिए सौगात लेकर आया
- वर्ष 2024 स्टेशनों के विकास के नाम पर आरक्षित रखा गया
Nagpur News. यह साल रेलवे यात्रियों के लिए परेशानी से भरा रहा। वर्ष 2023 के आखिर में रखी विकास की नींव का परिणाम साल भर अजनी व नागपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के रूप में दिखता रहा। विकास कार्य के नाम पर कभी स्टेशन के प्लेटफार्म तो कभी पूरा स्टेशन ही बंद रखा गया। त्योहारों में भी यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुल मिलाकर वर्ष 2024 स्टेशनों के विकास के नाम पर आरक्षित रखा गया। हालांकि इस साल परेशानियों के बीच यात्रियों को थोड़ी राहत के नाम पर इतवारी स्टेशन का कायाकल्प, मुंबई की ओर जानेवाली गाड़ियों के कोच में वृद्धि, 100 से 130 किमी तक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ना, नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत का शुरू होना, अमृत स्टेशन के तहत छोटे स्टेशनों की सुविधा बढ़ना शामिल है।
नागपुर, अजनी स्टेशन का 5 सौ करोड़ से विकास
नागपुर व अजनी रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने को लेकर वर्ष 2023 के दिसंबर महीने में प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किया था। 2024 में इसका काम प्रारंभ हुआ है। दोनों स्टेशनों का कायाकल्प करने का जिम्मा आरएलडी ( रेल लैंड डेवलपमेंट ऑथोरिटी) को दिया गया है, जिसके लिए 5 सौ करोड़ से ज्यादा का खर्च अनुमानित है। तेज गति से विकास किया जा रहा है। फरवरी महीने से ही नागपुर व अजनी स्टेशन का आधा हिस्सा बंद कर रखा गया है। बेसमेंट पार्किंग के लिए नागपुर स्टेशन के पश्चिम द्वार का परिसर बंद कर रखने से यात्रियों को सीमित जगह से आना जाना करना पड़ रहा है। वहीं गाड़ी पार्किंग के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अजनी स्टेशन पर भी यही हाल : अजनी स्टेशन पर भी यही हाल है। विकास कार्य के चलते पीआरएस आदि को अलग जगह शिफ्ट कर दिया गया है, वहीं यात्रियों के आने जाने के लिए बनाये प्रवेश द्वार को बंद कर अस्थाई प्रवेश द्वार का निर्माण किया है, मगर यहां से लगेज लेकर जाने के लिए यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस विकास के चलते सितंबर महीने से 90 दिन के लिए अजनी रेलवे स्टेशन को बंद किया गया था। प्लेटफार्म नंबर दो पर कॉनकोर्स का काम करने के कारण इसे यात्रियों के लिए दिसंबर 15 तक बंद रखा गया था।
मंडल के करीब 20 स्टेशनों का विकास : नागपुर स्टेशन पर भी विकास कार्य के चलते कभी प्लेटफार्म नंबर 8 बंद किया गया तो कभी पार्किंग व्यवस्था को बंद रखा गया। इससे यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। इसके अलावा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भी मध्य रेलवे व दपूम रेलवे नागपुर मंडल के 20 के करीब स्टेशनों का विकास चल रहा है, यहां भी यात्रियों को परेशान होते रहना पड़ा है। अभी भी इन स्टेशनों का काम पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में आनेवाले नये साल में भी यात्रियों को इन समस्याओं से कुछ समय के लिए जूझना पड़ सकता है।
यह मिली राहत
इस साल यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए नागपुर से नागपुर-सिकंदराबाद के लिए नई वंदे भारत एक्सप्रेस को सितंबर महीने में शुरू किया गया है, जो कि यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए अहम साबित हो रही है। इसके अलावा कई जगहों पर ऑटोमेटिक सिग्नलिंग यंत्रना का काम पूरा होने से ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ाई गई है। 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ने लगी हैं। इसके अलावा दपूम रेलवे नागपुर मंडल का सुभाष चंद्र बोस ( इतवारी) स्टेशन का कायाकल्प पूरा हो गया है, जिससे इसी साल से इस स्टेशन पर यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधा मिलने लगी है।
स्टेशन पर दिल दहलानेवाली घटना : नागपुर स्टेशन पर आए दिन आपराधिक गतिविधियां होती रहती हैं, लेकिन इस साल एक ऐसी घटना हुई, जो आज तक नहीं हुई थी। यह घटना अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच में हुई है। जब रात को प्लेटफार्म पर ट्रेन के इंतजार में यात्री आराम कर रहे थे, उस वक्त एक सनकी ने यहां आकर भारी लकड़ी के स्लीपर से उनके सिर पर वार किया था। इसमें 4 यात्री घायल हुए थे, वहीं 2 की मौत हुई थी।
इन कामों ने ध्यान आकर्षित किया
8 जनवरी को नागपुर-बडनेरा-नागपुर लाइन पर 130 की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई।
8 जनवरी नागपुर स्टेशन पर एप बेस टैक्सी का शुभारंभ हुआ।
12 जनवरी को प्रधानमंत्री द्वारा नागपुर समेत पूरे महाराष्ट्र में विभिन्न रेल परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ।
24 जनवरी को मध्य रेलवे नागपुर ने कई खंडों पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई, जिसमें माजरी-पिंपलखुटी खंड शामिल रहा।
25 जनवरी से मध्य रेलवे नागपुर मंडल के डीआरएम का पद्भार मनिष अग्रवाल ने संभाला।
27 जनवरी को नागपुर सेवाग्राम एक्सप्रेस में कोच बढ़ाए गए।
6 फरवरी को नये सीनियर डीसीएम अमन मित्तल ने पद्भार संभाला।
6 फरवरी को विकास कार्य के चलते अजनी स्टेशन का बुकिंग कार्यालय अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया।
26 फरवरी को प्रधानमंत्री ने मध्य रेलवे नागपुर मंडल के 36 रोड अंडर ब्रीज का उद्घाटन किया।
5 मार्च को वर्धा-नांदेड नई लाइन को हरी झंडी मिली।
12 मार्च को प्रधानमंत्री द्वारा नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत की घोषणा की गई।
6 अप्रैल को नागपुर-पुणे-नागपुर 36 ग्रीष्म स्पेशल चलाई गई।
6 जून को आरपीएफ की सीआईबी ने नागपुर स्टेशन पर आरोपियों के साथ 108 किलो गांजा पकड़ा।
25 जून को नागपुर-पुणे गरीबरथ एक्सप्रेस कोच संरचना बदली।
26 जून को यात्रियों के लिए रेलवे ने मिनश संजीवनी की शुरूआत की, जिसमें यात्रियों को दो मिनट में चिकित्सा सुविधा मिलने का प्रावधान था।
16 जुलाई को विकास कार्य के चलते नागपुर स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 8 का शेड हटाया।
16 जुलाई को नागपुर स्टेशन पर यात्रियों के लिए मसाज कुर्सियां लगाई।
19 जुलाई को नागपुर मंडल के 6 स्टेशनों पर रेल कोच रेस्त्रां शुरू करने की जद्दोजहद शुरू।
26 जुलाई रेल गाड़ियों पर निगरानी के लिए नागपुर स्टेशन समेत मंडल के 5 स्टेशनों पर एफओबी पर लगे कैमरे।
30 जुलाई चक्रधर मंडल में डी-रेलमेंट के चलते गाड़ियां प्रभावित। नागपुर के यात्री रहे परेशान।
5 अगस्त से ऑनलाइन टिकट राशि भुगतान के लिए सभी काउंटर पर लगाए गए क्यूआर कोड।
7 अगस्त को विदर्भ एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच जोड़े।
3 सितंबर को एफओबी के काम के लिए कुछ समय तक नागपुर प्लेटफार्म नंबर 8 बंद किया।
3 सितंबर को अजनी स्टेशन 90 दिनों के लिए विकास कार्य के चलते बंद किया।
15 सितंबर को नागपुर स्टेशन से नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
19 अक्टूबर नागपुर स्टेशन पर आईआरसीटीसी का फूड प्लाजा की शुरूआत।
11 नवंबर को मंडल के 18 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये।
26 नवंबर को नागपुर स्टेशन पर स्मार्ट मार्ग दर्शक लगाये गए।
4 दिसंबर को 45 पुराने टॉवर निकाले गए।
Created On :   29 Dec 2024 8:32 PM IST