- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- मणिपुर के अंतरराज्यीय चोर गिरोह का...
Nagpur News: मणिपुर के अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश , 11 क्रेटा कार सहित 1.50 करोड़ रुपए का माल बरामद
- 4 सदस्य गिरफ्तार, सरगना की तलाश
- 20 लाख की कार बेचते थे 2 लाख में
- हवाई जहाज से आते थे नागपुर
Nagpur News मणिपुर के अंतरराज्यीय कार चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गिरफ्तार 4 सदस्यों से कार चोरी के 6 मामले उजागर हुए हैं। यह गिरोह 20 लाख की कार 2 लाख रुपए में बेचता थे। पकड़े गए आरोपियों से करीब 11 क्रेटा कार सहित 1.50 करोड़ का माल बरामद किया गया है। यह जानकारी मंगलवार को शहर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्रकुमार सिंगल ने पुलिस भवन में पत्र परिषद में दी। उन्होंने बताया कि, गिरोह में शामिल सदस्यों ने विशेष प्रशिक्षण लिया है, उन्हें आधुनिक कारों के बारे में पूरी जानकारी है, यही कारण है कि, नागपुर से कार चुराने वाले आरोपी कार चालक के साइड का कांच फोडकर उसके अंदर इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस लगाकर कार को अनलाॅक कर, कार के भीतर के पासवर्ड चेंज कर, कार की डुप्लीकेट चाबी डिवाइस के माध्यम से तैयार करते थे और चाबी तैयार होते ही कार को स्टार्ट कर फरार हो जाते थे।
फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बेच देेते थे : उन्होंने बताया कि, कार चुराने के बाद आरोपी कार की नंबर प्लेट पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर उसे राज्य के बाहर मणिपुर, नागालैंड, आसाम, हैदराबाद में ले जाकर बेच देते थे। इस गिरोह का सरगना जुम्मा खान पकड़े जाने पर महंगी कारों के चोरी का बड़ा खुलासा हो सकता है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि, वह नागपुर में कार चोरी करने के लिए मणिपुर से विमान से आते थे। यह गिरोह कार के साॅफ्टवेयर में छेडछाड कर उसकी नकली नंबर प्लेट लगाने के बाद फर्जी फास्ट टैग तैयार कर उसे दूसरे राज्यों में ले जाते थे। पत्र परिषद में सहपुलिस आयुक्त निसार तंबोली, उपायुक्त राहुल माकणीकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
लॉक तोड़ने में माहिर हैं : जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि, यह गिरोह मणिपुर का है, जिसे अत्याधुनिक डिजिटल का ज्ञान है। कदाचित् उन्होंने प्रशिक्षण भी लिया है। आरोपी महंगी कारों के लॉक तोडने, सॉफ्टवेयर में बदलाव करने, ओटीपी का उपयोग करने में माहिर हैं। चोरी के बाद कार जिस-जिस राज्य में जाती थी, उस राज्य के फर्जी फास्ट टैग, नकली आरसी बुक तैयार रखे जाते थे। मतलब पुलिस ने अगर जांच की भी तो संदेह नहीं आता था। यह गिरोह काफी बड़ा है और इसमें कई सदस्य हैं। यह 20 लाख की कार सिर्फ 2 लाख रुपए में बेच देते थे। मणिपुर के वाहनों को बेचने में आरोपियों को आसानी होती थी।
ऐसे पकड़ाए आरोपी : क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते को गुप्त सूचना मिली कि, दिल्ली से चोरी हुई क्रेटा कार नागपुर में बेची जा रही है। तहसील इलाके में टीम ने दबिश देकर चोरी की संदिग्ध कार (एम.पी.-04-ई.ई.-2026) के मालिक शाहिद इकबाल उर्फ चिंटू अब्दुल लतीफ को कार सहित पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाया। जांच के दौरान पता चला कि, आरोपियों ने कार के असली इंजिन व चेचिस नंबर स्पष्ट नहीं दिख रहे थे। कार का असली नंबर एच.आर.-10-ए.टी. 3055 है और यह कार एचडीएफसी लाइफ इंशुरेंस कंपनी के नाम पर थी। कार मालिक शाहिद इकबाल ने पूछताछ में बताया कि, वाहन पर फर्जी नंबर डालकर कार का उपयोग करते थे। उसका साथी सौरभ अशोकराव अहिरवार के साथ मिलकर नकली नंबर डालकर शासन के साथ ठगी करते थे। इस मामले में गिट्टीखदान थाने में मामला दर्ज कर आरोपियों से 8 कारें सहित 98 लाख रुपए का माल जब्त किया गया।
सरगना है जुम्मा खान गिरोह का सरगना जुम्मा खान के अलावा दिल्ली का शाहिद, कपिल नगर नागपुर का गुड्डू शेख, सेंगौलाल सेहांग हैंगसिंह निवासी सॉन्गबेल सैकुल थाना, जिला सेनापति, मणिपुर और गोगो उर्फ थॉगोलिन किपगेन मणिपुर निवासी फरार हैं। इनकी तलाश नागपुर पुलिस कर रही है।
इन्होंने की कार्रवाई : वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। यूनिट-1 की टीम के पुलिस निरीक्षक सुहास चौधरी के नेतृत्व में एपीआई सचिन बोंडे, नितीन वासनिक, हेमंत लोणारे, सुनील गुजर, सुशांत सोलंके, स्वप्निल खोड़के, चालक रवींद्र खेडेकर, वाहन विरोधी दस्ते के अधिकारी अनिल इंगोले, झिंगरे व टीम (साइबर सेल), हवलदार दीपक रिठे, विलास कोकाटे, नायब सिपाही अजय शुक्ला, पंकज हेड़ाऊ, शंभू सिंह किरार, राहुल कुसरामे, अभय ढोणे, नितीन वासनिक, सुनीत गुजर, हेमंत लोणारे ने कार्रवाई की।
अगस्त में 9 कारें चोरी हुई थीं : अगस्त माह में नागपुर से 9 क्रेटा कारें चोरी हुई थीं। इस प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच के दस्ते कर रहे थे। तकनीक के जरिए जानकारी निकालकर क्राइम ब्रांच के दस्ते ने मध्यप्रदेश पुलिस को नाकाबंदी लगाने की सूचना दी। इसके बाद नाकाबंदी में दो चोरों को कार सहित पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली। आरोपी अजितसिंग लायश्रम (38) और बोजेंद्रसिंह लायश्रम (27), मणिपुर को दबोच लिया। दूसरे मामले में शाहिद इकबाल उर्फ चिंटू लतीफ (39), मोमिनपुरा और सौरभ अहिरवार (36), महल, नागपुर निवासी को गिरफ्तार किया गया।
Created On :   27 Nov 2024 12:07 PM IST