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Nagpur News: नेता ही नहीं पार्टियां भी हुईं आयाराम गयाराम, चुनाव के समय हलचल मचा गायब हो जाते हैं कई दल
- एक ही दिन में 138 राजनीतिक दलों का पंजीकरण हुआ था रद्द
- चुनाव आयोग ने 219 पार्टियों पर की थी कार्रवाई
- ऑडिट, आयकर रिटर्न जमा न करना पड़ा था महंगा
Nagpur News : निखिल जनबंधु | चुनाव के समय कई राजनीतिक कार्यकर्ता अचानक नजर आने लगते हैं। विविध तरह से चुनावी माहौल में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। चुनाव में छा जाने के उनके प्रयास हलचल मचाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वे गायब भी हो जाते हैं। कईयों को पार्टी और निष्ठा बदलने में देर नहीं लगती है। उन्हें आयाराम-गयाराम कहा जाता है। प्रसंगवंश यह बात भी सामने आयी है कि नेताओं के समान राजनीतिक दल व संगठन भी आयाराम-गयाराम की भूमिका में रहते है। इन दलों व संगठनों का न तो हिसाब किताब रहता है न ही ये चुनाव आयोग को आवश्यक जानकारी देना अपना दायित्व समझते हैं। चुनाव आयोग की कार्रवाई से इन संगठनों की वास्तविकता उजागर हो रही है।
138 दलों का पंजीकरण रद्द : चुनाव को देखते हुए राज्य में ऐसे कई छोटे-मोटे राजनीतिक दलों का बड़े पैमाने पर पंजीयन किया जाता है। लेकिन चुनाव के दो या तीन साल बाद ये राजनीतिक दल और इनके नेता कहीं नजर नहीं आते हैं। मचुनाव आयोग ने ऐसे राजनीतिक दलों से आॅडिट रिपोर्ट और आयकर रिटर्न की जानकारी मांगी थी। लेकिन बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी इन पार्टियों की ओर से जवाब न देने के कारण 24 अप्रैल 2016 एक ही दिन में राज्य चुनाव आयोग ने 138 राजनीतिक दलों का पंजीकरण रद्द किया था। राज्य चुनाव आयोग ने ऑडिट, आयकर रिटर्न की जानकारी जमा न करने वाले राजनीतिक दलों पर 2015 और 2016 में पंजीकरण रद्द करने की सबसे ज्यादा कार्रवाई की थी। 19 सितंबर 2015 को आयोग ने 11 पार्टियों का पंजीकरण रद्द किया था। 2016 में 206 पार्टियों को पंजीकरण रद्द किया था। इसके अलावा 2018 और 2021 में एक-एक पार्टी पर कार्रवाई की गई। यानी 2015 से 2021 की बात करे तो इन 6 सालों में राज्य चुनाव आयोग ने कुल 219 राजनीतिक दलों का पंजीकरण रद्द किया था। इन पार्टियों में संविधान, लोकतंत्र, किसान, सुशिक्षित बेरोजगार के विषयों पर राजनीति का दावा करनेवाली पार्टियां शामिल थी। इसके अलावा प्रमुख राजनीतिक दलों के नाम से मिलते जुलते जैसे विकास महाआघाडी, बहुजन समान पक्ष, नेशनल बहुजन कांग्रेस, भारतीय जनता विकास आघाडी आदि पार्टियों भी शामिल थी।
पंजीकरण बहाल भी हो जाते हैं
राज्य चुनाव आयोग ने विधानसभा-2024 के चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के पंजीकरण की सूची जारी किए है। इस सूची में चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट किया है कि, जिन दलों का पंजीकरण 2016 में रद्द कर दिया गया था, उनका पंजीकरण निर्धारित नियम एवं शर्तों की पूर्ति पर पुनः बहाल कर दिया गया है।
2024 में 15 दलों का पंजीकरण
विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस साल 15 राजनीतिक दलों ने पंजीकरण किया है। राज्य चुनाव आयोग ने जारी किए सूची में अभी कुल 391 पार्टियों का पंजीकरण है। इसके अलावा राज्य स्तर के 2 दल और अन्य राज्यों के राज्य स्तर के 9 दल शामिल है।
Created On :   31 Oct 2024 12:32 PM GMT