- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- 10 वीं के छात्र ने दृष्टिहीनों के...
Nagpur News: 10 वीं के छात्र ने दृष्टिहीनों के लिए बनाई विशेष स्टिक, इस छड़ी को और एडवांस बनाया जाएगा

- विशेष छड़ी में एक सेंसिंग डिवाइस लगाया गया
- स्टिक से दृष्टिहीन व्यक्ति को अकेला बाहर निकलने पर किसी की भी मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी
Nagpur News : बेसा के जॉन पब्लिक स्कूल के 10वीं कक्षा के विद्यार्थी दत्तधाम नगर निवासी प्रद्युम्न प्रशांत गणोरकर ने अपनी कल्पना शक्ति से स्मार्ट सेंसर तकनीक का उपयोग कर दृष्टिहीनों के लिए एक स्मार्ट स्टिक बनाई है। इस स्टिक से दृष्टिहीन व्यक्ति को अकेला बाहर निकलने पर किसी की भी मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी। वर्तमान में दृष्टिहीन लोग सामान्य छड़ी का उपयोग करते हैं, जो उन्हें सामने आने वाले वस्तुओं को पहचानने में मदद करती है। इस छड़ी का उद्देश्य दृष्टिहीन व्यक्तियों को बिना छुए ही सामने आने वाले किसी भी अवरोध का पहले से पता चलने में मदद करता है।
सामान्य स्टिक : वर्तमान में दृष्टिहीन लोग जिन छड़ियों का उपयोग करते हैं, वे केवल वस्तु को छूकर उसकी पहचान करते हैं। इससे उनके लिए काफी समय और मेहनत लगती है और कभी-कभी वे किसी तेज या खतरनाक वस्तु से टकराकर जख्मी होते हैं। इस समस्या का समाधान प्रद्युम्न ने बनाई स्मार्ट स्टिक प्रोजेक्ट के माध्यम से किया जाएगा।
स्मार्ट स्टिक की विशेषता
1. स्मार्ट सेंसिंग : इस विशेष छड़ी में एक सेंसिंग डिवाइस लगाया गया है, जो 15-20 सेंटीमीटर की दूरी पर सामने आने वाले किसी भी ऑब्जेक्ट का पता लगता है।
2. बीप सिग्नल : जब छड़ी किसी वस्तु के पास पहुंचेगी, तो यह बीप करके बताएगी कि सामने कोई वस्तु है। यह बीप की आवाज की तीव्रता और गति से यह भी समझाया जा सकेगा कि वस्तु कितनी नजदीक है।
3. स्मार्ट सेंसर टेक्नोलॉजी : इस छड़ी में एक अल्ट्रासोनिक सेंसर का उपयोग किया गया है, जो बहुत ही सटीक रूप से सामने आने वाली वस्तु का पता लगाता है और उस पर जल्द ही प्रतिक्रिया देगा।
4. यह छड़ी हल्की और मजबूत सामग्री से बनी है, जिससे नेत्रहीन व्यक्तियों को चलने में कोई परेशानी नहीं होगी।
इस छड़ी को और एडवांस बनाया जाएगा
प्रद्युम्न प्रशांत गणोरकर के मुताबिक इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य इसे और बेहतर बनाना है, ताकि दृष्टिहीनों को जीवन में और अधिक सुविधाएं मिल सकें। आने वाले समय में इस तकनीक को और भी उन्नत किया जाएगा, जैसे यह छड़ी वॉयस गाइडेंस देने में सक्षम हो सके। यह प्रोजेक्ट दृष्टिहीन लोगों की जीवनशैली में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस विशेष छड़ी से उन्हें अधिक सुरक्षा, स्वतंत्रता और आत्मविश्वास मिलेगा, और वे समाज में अधिक सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे।
सुरक्षा प्रदान करने वाली छड़ी
नेत्रहीन व्यक्तियों को अचानक सामने आने वाली खतरनाक वस्तुओं या दीवारों से टकराने से बचाया जा सकेगा।
बिना किसी की मदद के स्वतंत्र रूप से चलने में सक्षम होंगे।
छड़ी का उपयोग सरल और सहज होगा, ताकि इसे हर कोई आसानी से इस्तेमाल कर सकेगा।
Created On :   26 Nov 2024 8:50 PM IST