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नागपुर: एमएसएमई संचालक निकला हत्याकांड का मास्टर माइंड, बहन के साथ मिलकर रची साजिश
- सभी विचाराधीन कैदी हैं
- बैरक 2 में जाकर छिप गए
- टीन के टुकड़े से किया हमला
डिजिटल डेस्क, नागपुर. उपराजधानी के सेमिनरी हिल्स स्थित सीजीओ कॉम्पलेक्स में केंद्र सरकार के ‘माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेस' के संचालक प्रशांत पार्लेवार को संपत्ति के लिए बहन के ससुर की हत्या करने के प्रकरण में मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने मंगलवार को पुलिस भवन में पत्र परिषद में बताया कि प्रशांत पार्लेवार और उसकी बहन अर्चना पुट्टेवार ने मिलकर हत्या की साजिश रची। इसके लिए उन्होंने करीब 50 लाख की सुपारी दी। मृतक पुरूषोत्तम पुट्टेवार (82) हैं। प्रशांत पार्लेवार (58), ऊंटखाना रोड, नागपुर निवासी है। प्रशांत शहर के कद्दावर नेता का करीबी है। आरोपी अर्चना गड़चिरोली में टाउन प्लानिंग विभाग में सहायक संचालक थी। प्रकरण में अर्चना की सहयोगी आर्किटेक्ट पायल नागेश्वर (25) को भी गिरफ्तार किया गया है। अर्चना पुट्टेवार (53) के साथी नीरज निमजे, सचिन धार्मिक, सार्थक बागड़े को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रशांत और अर्चना बनाना चाहते थे मॉल
योगिता के पति प्रवीण की दुर्घटना में मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद बेटी योगिता का पुरुषोत्तम ही एकमात्र सहारा थे। योगिता को ससुराल की करोड़ों की संपति से दूर रखा गया। इसलिए पुरुषोत्तम ने पार्लेवार परिवार के खिलाफ न्यायालय में केस दाखिल किया था। इस बात को लेकर अर्चना व उसका भाई प्रशांत काफी परेशान रहते थे। ऊंटखाना परिसर में पार्लेवार परिवार की करीब 6 हजार वर्गफीट जमीन है। इस जमीन पर अर्चना और प्रशांत मिलकर मॉल बनाने वाले थे, लेकिन इस पर भी पुरुषोत्तम ने केस दाखिल कर दिया था। इसके अलावा भी पार्लेवार परिवार की अन्य संपत्तियों पर योगिता को हिस्सा मिले, इसीलिए पुरुषोत्तम ने केस डालकर रखे थे। अर्चना ने नगर रचना विभाग में कार्यरत रहने के दौरान करोड़ों की संपति बनाई। उसके बैरामजी टाउन के फ्लैट में पायल रहती है। अर्चना ने 2 फ्लैट और 1 फार्महाउस भी खरीदा है। बेनामी संपत्ति खरीदे जाने की भी चर्चा है। पुलिस जल्द ही एसीबी को पत्र भेजकर उसकी काली कमाई से बनाई गई संपत्ति की जांच कराएगी।
12 तक रिमांड पर
सचिन और नीरज का 12 जून तक पीसीआर मिला है। आरोपी सार्थक को 4 दिन की और पुलिस रिमांड पर अदालत ने भेज दिया है। अर्चना की जेल रवानगी हो गई है। प्रशांत व पायल को भी गिरफ्तार किया गया है। यह हत्या जिस संपत्ति के लिए की गई, उसका पूरा ब्योरा सामने आना बाकी है।
कार से कुचलकर हत्या
गत 22 मई काे सुबह करीब 10.30 बजे अजनी थाना क्षेत्र में बजरंग नगर में ई-रिक्शा से उतरकर घर जाते समय पुरुषोत्तम की कार से कुचलकर हत्या की गई थी। सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी अजनी पुलिस ने मामूली दुर्घटना का मामला दर्ज किया और आरोपी कार चालक निमजे को पूछताछ के बाद जमानत पर छोड़ दिया। मृतक पुट्टेवार के एक रिश्तेदार ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर शंका जाहिर की। इसके बाद जांच अपराध शाखा पुलिस को सौंपी गई और 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए। उनसे 17 लाख की रकम और सोने के गहने जब्त किए गए। अर्चना व प्रशांत ने सुपारी में नकद और सोने के गहने दिए थे। आरोपियों ने मिली रकम से पुरानी कार खरीदी थी। इसके पहले आरोपियों ने 8 व 16 मई को भी पुरुषोत्तम की हत्या का प्रयास किया था। उस समय दोपहिया वाहन का उपयोग किया था। पुलिस ने इस मामले में तीन कार, एक एक्टिवा, नकदी व सोने के गहने जब्त किया है।
आकस्मिक मृत्यु का मामला
मामला दुर्घटना का नहीं, बल्कि हत्या किए जाने से जुड़ा होने की जानकारी सामने आने पर पुलिस विभाग भी दंग रह गया। हत्याकांड के इस मामले को पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र सिंगल ने गंभीरता से लिया। उनके मार्गदर्शन में इस घटना का पर्दाफाश किया गया। सहपुलिस आयुक्त अस्वती दोरजे, अपर पुलिस आयुक्त संजय पाटील, अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त निमित गोयल ने अथक प्रयास किया।
घाट रोड से पुरानी कार खरीदी
पुरानी कार खरीदने के लिए सचिन को पैसे दिए गए थे। सचिन, सार्थक आैर नीरज ने घाट रोड से आई-20 पुरानी कार खरीदी थी। घटना के समय अर्चना आरोपियों के संपर्क में लगातार थी। सचिन, शुभम अस्पताल मानेवाड़ा में था। सचिन ने पुरुषोत्तम का पीछा किया और उनका लोकेशन अपने दोस्त नीरज आैर सार्थक को दे रहा था। पुरुषोत्तम की कार से जान लेने के लिए अर्चना ने आरोपियों को नकद और गहने दिए थे, जिसमें तीन लाख रुपए नकद, एक 40 ग्राम की सोने की चूड़ियां , 100 ग्राम सोने का बिस्कुट दिया था।
कौन किसका रिश्तेदार
मृतक पुरूषोत्तम पुट्टेवार को तीन बच्चे हैं, जिसमें बेटा डॉ. मनीष, डॉ. हेमंत और बेटी योगीता का समावेश है। अर्चना की मनीष से शादी हुई है। अर्चना आैर प्रशांत पार्लेवार भाई -बहन हैं। योगिता की अर्चना के भाई प्रवीण से शादी हुई थी। शादी के कुछ समय बाद योगिता को दो बेटियां पैदा हुईं। इसके बाद योगिता के पति का निधन हो गया। तब से वह अपने पिता पुरुषोत्तम के साथ रहती है। योगिता का उसके ससुर की संपत्ति में हिस्से का मामला वर्ष 2007 से न्यायालय में चल रहा है। योगिता के पिता ही न्यायालयीन प्रकरण की देखरेख कर रहे थे।
Created On :   12 Jun 2024 8:11 AM GMT