- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- नागपुर के मेडिकल हास्पिटल में नवंबर...
विकास: नागपुर के मेडिकल हास्पिटल में नवंबर से होगी खुद की बिजली, बचेंगे लाखों रुपए
- सोलर का काम अंतिम चरण में
- अलग-अलग स्थानों पर काम शुरू
- आर्थिक व्यय को रोकने के लिए सरकार लगा रही सोलर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नवंबर महीने से मेडिकल में खुद की बिजली उत्पादित होगी। इसके लिए अलग-अलग इमारतों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का काम तेजी से चल रहा है। खुद की बिजली होने से मेडिकल को बिजली के नाम पर हर महीने आनेवाला लाखों रुपए का खर्च बचेगा। काम अंतिम चरण में है। अगस्त के अंत तक काम पूरा होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
इमारतों की छतों पर लग रहे पैनल : सरकारी व गैरसरकारी संस्थानों में बिजली के नाम पर होनेवाले आर्थिक व्यय को रोकने के लिए सरकार ने सोलराइज्ड करने का निर्देश जारी किया है। बड़े सरकारी संस्थानों को यह काम पहले करने के लिए कहा गया है। इसके मद्देनजर शहर के अनेक महत्वपूर्ण बड़े संस्थानों में काम शुरू हो चुके हैं। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में भी तेजी से सोलर पैनल लगाने का काम शुरू किया गया है। हालांकि मेडिकल प्रशासन ने इस योजना पर काम करने का निर्णय बरसों पहले ही लिया था।
इसे अमल में इसी साल लाया गया है। इसके अंतर्गत पांच वार्ड समेत विविध इमारताें की छत पर सोलर पैनल लगाने का काम शुरू हो चुका है। अधिष्ठाता कार्यालय, अस्पताल इमारत, वार्ड आदि में काम किया जा रहा है। पहले टीबी वार्ड परिसर में सोलर पार्क बनाने का निर्णय लिया गया था। लेेकिन यहां प्रस्तावित विविध योजनाओं का विकासकार्य शुरू होने से सोलर पार्क का निर्णय रद्द किया गया। बताया गया कि मेडिकल के अमृत महोत्सव वर्ष में सरकार ने विविध कार्यों के लिए 514 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। इससे क्रमवार प्राप्त राशि से विविध काम किए जा रहे हैं। इन्हीं में सोलराइज्ड करने का काम भी शुरू है।
बिजली बिल की राशि होगी आधी : सूत्रों के अनुसार मेडिकल को हर महीने बिजली बिल के लिए 70 लाख रुपए से अधिक का भुगतान करना पड़ता है। राज्य सरकार इसके लिए मेडिकल को सालाना करीब 8 करोड़ रुपए देती है। मेडिकल प्रशासन ने 2017 में सोलर पार्क का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। उस समय महाराष्ट्र ऊर्जा विकास एजेंसी ने मेडिकल की इमारत व अन्य स्थानों का मुआयना किया था। तब अनुमानित खर्च 8 करोड़ रुपए आंका गया था। बाद में यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। लेकिन अब सोलर पैनल लगने के बाद मेडिकल की अपनी बिजली होगी। इससे प्राथमिक स्तर पर मेडिकल का बिजली पर होनेवाला खर्च आधा हो जाएगा, ऐसा अनुमान व्यक्त किया गया है।
Created On :   3 July 2024 4:26 PM IST